मोहाली:श्रीलंका को पहली पारी में 174 रन पर आउट करने के बाद भारत ने दूसरी पारी में उसे 178 रन पर समेट दिया. श्रीलंका ने तीसरे दिन 16 विकेट गंवाये. पहली पारी में पूरी टीम जडेजा के व्यक्तिगत स्कोर से एक रन पीछे थी जबकि दूसरी पारी में तीन रन अधिक ही बना सकी. भारत श्रृंखला में 1-0 से आगे है और बेंगलुरू में 12 मार्च से शुरू हो रहे गुलाबी गेंद के टेस्ट में जीत दर्ज करके पूरे 24 अंक लेना चाहेगा.
यह 60 साल बाद हुआ है जब किसी भारतीय क्रिकेटर ने पारी में 150 रन बनाने के साथ पांच विकेट भी लिये. इससे पहले 1952 में वीनू मांकड़ ने लॉडर्स पर इंग्लैंड के खिलाफ और पॉली उमरीगर ने दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ यह कारनामा किया था. भारत ने दोनों पारियों में 125 ओवर डालकर 20 विकेट लिये. जडेजा ने नाबाद 175 रन बनाने के बाद पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में चार विकेट चटकाये. वहीं आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कपिल देव के 434 टेस्ट विकेट को पीछे छोड़ा और अब वह अनिल कुंबले (619) के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए.
अश्विन ने 85वें टेस्ट में इस आंकड़े को छुआ जबकि कपिल ने 131 टेस्ट में इतने विकेट लिये थे. कपिल और अश्विन के दौर, परिस्थितियों और विरोधी टीमों को देखते हुए तुलना नहीं की जा सकती और दोनों की गेंदबाजी भी अलग है. सिर्फ आंकड़ों की बात करें तो तमिलनाडु के स्पिनर अश्विन की यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. श्रीलंका के लचर प्रदर्शन ने मैच को पूरी तरह से एकतरफा बना डाला. एंजेलो मैथ्यूज और निरोशन डिकवेला जैसे खिलाड़ियों ने भी आसानी से घुटने टेक दिये. श्रीलंका का कोई बल्लेबाज जडेजा की गेंदों को समझ ही नहीं सका.
इससे पहले रविंद्र जडेजा के पांच विकेट की मदद से भारत ने श्रीलंका को पहली पारी में 174 रन पर आउट करके पहली पारी में 400 रन की बढत बना ली थी. फॉलोआन खेलते हुए श्रीलंका की टीम फिर मुसीबत में थी. लाहिरू तिरिमन्ने को अश्विन ने पहले सत्र में अपना 433वां शिकार बनाया. अश्विन ने नयी गेंद संभालते हुए तिरिमन्ने को दूसरी स्लिप में रोहित के हाथों लपकवाया. लंच के बाद पाथुम निसांका को विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों लपकवाकर अश्विन ने 434 विकेट पूरे किये. उन्होंने चरित असालांका को 435वां शिकार बनाया.