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भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में रणनैतिक और रक्षा सहयोग बढ़ा है : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

By ANI

Published : Nov 10, 2023, 1:00 PM IST

Updated : Nov 10, 2023, 1:20 PM IST

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को रक्षा को भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक बताया. उन्होंने स्वतंत्र, खुले और नियम-आधारित इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी को महत्वपूर्ण बताया. India US 2 plus 2 Ministerial Dialogue, US India Relationship, Rajnath Singh, Lloyd Austin, US Defence Secretary, Defence Minister India, US ties

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भारत-अमेरिका 'टू प्लस टू' विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता को संबोधित किया.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'टू प्लस टू' विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता को संबोधित किया.

नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भारत-अमेरिका 'टू प्लस टू' विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता को संबोधित करते हुए घोषणा की कि रक्षा द्विपक्षीय संबंधों के सबसे अहम स्तंभों में से एक है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन 'टू प्लस टू' वार्ता के लिए दिल्ली में हैं. बातचीत का मकसद रणनैतिक सहयोग के लिए भारत-अमेरिका के भविष्य के रोडमैप को आगे बढ़ाना है.

'टू प्लस टू' विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय संवाद के पांचवें संस्करण को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपकी भारत यात्रा उस समय हो रही है जब भारत और अमेरिका पहले से कहीं ज्यादा करीब हैं. विभिन्न उभरती भू-राजनैतिक चुनौतियों के बावजूद हमें अहम और दीर्घकालिक मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित रखने की जरूरत है. हमारी साझेदारी स्वतंत्र, खुले और नियमों से बंधे इंडो पैसिफिक क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए अहम है.

वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर करेंगे. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 'टू प्लस टू' और राजनाथ सिंह-ऑस्टिन के बीच द्विपक्षीय बैठक में रणनैतिक, रक्षा और प्रौद्योगिकी से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है.

अमेरिकी रक्षा सचिव, लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि पिछले वर्ष में भारत और अमेरिका ने रक्षा साझेदारी बनाने में 'प्रभावशाली बढ़त' हासिल की है. उन्होंने इसे 'महत्वपूर्ण' बताया कि भारत और अमेरिका विचारों का आदान-प्रदान करें, समान लक्ष्य खोजें और तत्काल वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए दोनों देशों के लोगों के लिए काम करें.

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भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में, ऑस्टिन ने कहा कि हम एक महान गति के समय में मिल रहे हैं. तत्काल वैश्विक चुनौतियों के सामने अमेरिका और भारत की साझेदारी, यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि दुनिया की दो सबसे बड़े लोकतंत्र विचारों का आदान-प्रदान करते हैं, समान लक्ष्य ढूंढते हैं, और अपने लोगों के लिए काम करते हैं.

Last Updated : Nov 10, 2023, 1:20 PM IST

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