नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी घरेलू वाहक इंडिगो को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर तिमाही) तक घरेलू हवाई यात्रा ठीक हो जाएगी. यह बात एयरलाइन के सीईओ रोंजॉय दत्ता ने सोमवार को कही.
इंडिगो के सीईओ रोंजॉय दत्ता (Ronjoy Dutta) ने कहा कि इंडिगो को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) तक फरवरी 2021 के स्तर पर लौटने की उम्मीद है, जबकि हम अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए लंबी वसूली अवधि की उम्मीद करते हैं.
बता दें कि इंडिगो नाम से विमान सेवाओं का परिचालन करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को 31 मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में समेकित रूप से 1,147.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. एक साल पहले इसी तिमाही में इसे 870.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
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इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है. इसके बड़े में मार्च के अंत में 285 विमान थे. कोरोना वायरस महामारी से विमान सेवा कारोबार बुरी तरह प्रभावित है. इसका असर कंपनी आय पर पड़ा है.आलोच्य तिमाही में इसमें तेज गिरावट दर्ज की गयी.
वहीं इंडिगो के सीएफओ जितेन चोपड़ा ने विश्लेषकों को बताया कि कंपनी की आपदा जोखिम बीमा के रूप में 30 अरब रुपये (3,000 करोड़ रुपये) तक जुटाने की योजना है. उन्होंने कहा कि दिसंबर तिमाही में एयरलाइन का औसत शुद्ध कैश बर्न 150 मिलियन रुपये से बढ़कर मार्च तिमाही में प्रति दिन 190 मिलियन रुपये हो गया.एयरलाइन के सीईओ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कोविड के मामलों में कमी की प्रवृत्ति और त्वरित वैक्सीन कार्यक्रम के साथ, यात्रियों का विश्वास और एयरलाइन यातायात गति के लिए बढ़ेगा.
देश भर में सक्रिय कोविड -19 मामलों में वृद्धि को देखते हुए, सरकार ने हाल ही में घरेलू एयरलाइनों के लिए अधिकतम यात्री क्षमता को 80 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत करने का निर्णय लिया था. इस संबंध में सीईओ दत्ता ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार 31 जुलाई तक क्षमता प्रतिबंध हटा देगी.