लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने रविवार को लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण इकाई का शिलान्यास किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम ब्रह्मोस इसलिए बनाना चाहते हैं ताकि दुनिया का कोई देश भारत पर बुरी नजर उठाकर देखने की जुर्रत न कर सके.
रक्षामंत्री सिंह ने रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र तथा ब्रह्मोस विनिर्माण केंद्र के शिलान्यास के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'हम ब्रह्मोस मिसाइल बना रहे हैं, रक्षा के दूसरे उपकरण और हथियार बना रहे हैं तो दुनिया के किसी देश पर आक्रमण करने के लिए नहीं बना रहे हैं.'
सिंह ने कहा, 'हम तो हिंदुस्तान की धरती पर ब्रह्मोस इसलिए बनाना चाहते हैं कि भारत के पास कम से कम ऐसी ताकत हो कि दुनिया का कोई देश भारत की तरफ बुरी नजर उठाकर देखने की जुर्रत न करे.' पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, 'मैं उरी और पुलवामा की घटना की आपको याद दिलाना चाहता हूं, एक हमारा पड़ोसी देश है ...जिससे पुलवामा में जिस प्रकार की आतंकवादी वारदात को अंजाम दिया, उसके बाद हमारे प्रधानमंत्री ने फैसला लिया और हमने उस देश की धरती पर जाकर आतंकवादियों का सफाया किया.'
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राजनाथ ने जोर देकर कहा कि एयर स्ट्राइक में भी हमने कामयाबी हासिल की थी, हमने यह संदेश दे दिया कि अगर कोई हमपर बुरी नजर उठाकर देखेगा तो हम सीमा पार करके भी कार्रवाई कर सकते हैं, यह भारत की ताकत है. रक्षा मंत्री ने रक्षा परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, 'आज दोनों इकाइयों का यहां शिलान्यास हो रहा है. यह हमारे देश की सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. साथ ही रक्षा उत्पादन इकाई क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को एक विशेष स्थान बनाने में यह कामयाब होगा.'
उन्होंने कहा, 'इनसे यहां के लोगों को रोजगार भी हासिल होगा और उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा.' राजनाथ सिंह ने रक्षा वैज्ञानिकों और अभियंताओं को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और कहा, 'मैने कल्पना नहीं की थी कि छह आठ, दस माह में भी भूमि अधिग्रहण हो पाएगा लेकिन मुख्यमंत्री ने डेढ़ माह में इस परियोजना के लिए दो सौ एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है.'