बेंगलुरु:गगनयान का प्रक्षेपण (Gaganyaan launch) अक्टूबर 2023 के अंत में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी-एसएचएआर) से होने की उम्मीद है. अंतरिक्ष विशेषज्ञ गिरीश लिंगन्ना (Space expert Girish Linganna) ने कहा कि इस मिशन में एक क्रू मॉड्यूल, केबिन शामिल होगा जिसमें अंतरिक्ष यात्री यात्रा करेंगे.
इसरो के अगले महत्वाकांक्षी मिशन के बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'भारत के गगनयान मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजना है. इस अभूतपूर्व मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन का लक्ष्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों को समायोजित करने में सक्षम एक अंतरिक्ष कैप्सूल विकसित करना है. यह कैप्सूल उन्हें तीन दिनों की अवधि के लिए अंतरिक्ष में 400 किलोमीटर (लगभग 250 मील) की ऊंचाई तक ले जाएगा और फिर हिंद महासागर में एक स्प्लैशडाउन के माध्यम से उन्हें सुरक्षित वापस लाएगा.'
गगनयान अंतरिक्ष यान के सभी महत्वपूर्ण घटकों का निर्माण अहमदाबाद में किया जाएगा. वहां तैयार किए गए दो महत्वपूर्ण तत्वों में अंतरिक्ष यात्री केबिन और संचार प्रणाली शामिल हैं. केबिन वह जगह है जहां तीन अंतरिक्ष यात्री होंगे, जिसमें विभिन्न मापदंडों की निगरानी के लिए रोशनी और दो स्क्रीन होंगी.
एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सुविधा में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर की निगरानी करने के लिए कैमरा सेंसर शामिल हैं, जो मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जरूरी है. इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि अप्रत्याशित आपात स्थिति के लिए एक अग्निशामक यंत्र भी बोर्ड पर मौजूद रहेगा.