नई दिल्ली :भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत (IAC) विक्रांत के दूसरे चरण का समुद्री परीक्षण रविवार को शुरू हुआ. योजना के तहत अगले साल अगस्त में इसे नौसेना में शामिल किया जाना है. भारत में बना अबतक का सबसे बड़ा और जटिल युद्धपोत करीब 40 हजार टन वजनी है और अगस्त महीने में इसने सफलतापूर्वक पांच दिन की समुद्री यात्रा पूरी की थी. पहले चरण के परीक्षण के बाद नौसेना ने कहा कि युद्धपोत पर लगी प्रणालियों का प्रदर्शन संतोषजनक पाया गया.
अधिकारी ने बताया कि स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत विक्रांत रविवार को दूसरे चरण के समुद्री परीक्षण के लिए कोच्चि से रवाना हुआ.
इस युद्धपोत के निर्माण पर करीब 23 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है. इसके निर्माण के साथ भारत उन देशों की सूची में शामिल हो गया है जो स्वयं आधुनिक विमानवाहक युद्धपोतों का निर्माण कर सकते हैं.