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भारत का इंजीनियरिंग सामान का निर्यात तेजी से बढ़ रहा, इस साल 52% की वृद्धि - तांबे के उत्पाद

भारत में निर्यात होने वाले इंजीनियरिंग उत्पादों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, जो कि कहीं न कहीं लॉकडाउन के असर से परेशान चल रहे उद्योगों के लिए राहत की खबर है. पेश है नई दिल्ली से 'ईटीवी भारत' के लिए कृष्णानंद त्रिपाठी की रिपोर्ट...

export of engineering goods, copper products
भारत में निर्यात

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Published : Jul 16, 2021, 10:18 PM IST

देश के इंजीनियरिंग सामानों के निर्यात (Export Of Engineering Goods) में साल-दर-साल बढ़ोत्तरी हो रही है. इस साल जून के महीने में 52.4 फीसदी की वृद्धि हुई है. इसकी वजह है उच्च गुणवत्ता वाली मशीनरी, ऑटोमोबाइल और ऑटो-कंपोनेंट्स के उत्पादन में देश तरक्की कर रहा है.

चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून की अवधि के दौरान संचयी इंजीनियरिंग निर्यात (Cumulative Engineering Exports) $ 24.77 बिलियन से अधिक होने का अनुमान लगाया गया है, जो 82% की वृद्धि है. ये मुख्य रूप से कम आधार प्रभाव के कारण है क्योंकि देश पिछले साल तीन महीने की अवधि के दौरान पूर्ण लॉकडाउन के तहत था. हालांकि, 2019 की इसी अवधि के दौरान इंजीनियरिंग निर्यात की तुलना में इसमें 24.8% की वृद्धि दर्ज की गई.

महत्वपूर्ण सुधार

2019 की अप्रैल-जून अवधि के दौरान इंजीनियरिंग निर्यात की तुलना में, तांबे के उत्पादों (Copper Products) के निर्यात में 250% से अधिक, लोहा और इस्पात 156.6%, जस्ता और उत्पादों में 83.7%, एल्यूमीनियम और उत्पादों 69.9% टिन व इसके उत्पादों के निर्यात में 55.2% का उछाल आया. वहीं दुपहिया और तिपहिया वाहनों में 46.6% और सीसा और ली डी उत्पादों में 43.4% की वृद्धि हुई.

इसी तरह से अलौह धातुओं के निर्यात में 33.1%, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण और वस्त्रों के लिए औद्योगिक मशीनरी में 32%, आईसी और इंजन के पुर्जों में 22% से अधिक और ऑटो घटकों के निर्यात में 18.8% की वृद्धि हुई.

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हालांकि, अप्रैल-जून 2019 के दौरान निर्यात की तुलना में लगभग 42% के भारी उछाल के बावजूद, चिंता के संकेत भी हैं. औद्योगिक मशीनरी जैसे बॉयलर, पुर्जों के निर्यात में 37.5% की गिरावट, निकल और उत्पादों में 53% से अधिक की गिरावट, एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर में 22% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है.

मोटर वाहनों और कारों के निर्यात में 21.8% की गिरावट आई, हवाई जहाजों और अंतरिक्ष यान के पुर्जों और उत्पादों में 29% की तेज गिरावट दर्ज की गई है. साथ ही जहाजों, नावों और तैरते उत्पादों में 23% से अधिक की कमी रिकार्ड हुई है. इस अवधि के दौरान रेलवे, अभ्रक और अभ्रक उत्पादों और कार्यालय उपकरणों से संबंधित इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्यात में भी कमी आई.

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