मुंबई: भारत की दृष्टि, लोगों की परिस्थिति, संस्कार, संस्कृति, विश्व के बारे में विचार, इन सभी के आधार पर भारत का विकास होगा. यह बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मुंबई में कही. उन्होंने कहा कि अगर विश्व से कुछ अच्छा आएगा तो उसे लेंगे, मगर हम प्रकृति और अपने शर्तो के अनुसार लेंगे.
संस्कार और संस्कृति के आधार पर होगा भारत का विकास: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत - राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत
भारत की दृष्टि, लोगों की परिस्थिति, संस्कार, संस्कृति, विश्व के बारे में विचार, इन सभी के आधार पर भारत का विकास होगा. यह बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मुंबई में कही.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
आगे उन्होंने कहा कि जो धर्म मनुष्य को सुविधा संपन्न और सुखासीन बनाता है मगर प्रकृति को नष्ट करता है, वो धर्म नहीं है. उसी का अनुकरण अमेरिका और चीन को देखकर भारत करेगा, तो ये भारत का विकास नहीं है. विकास होगा मगर भारत, चीन और अमेरिका जैसा बनेगा.