नई दिल्ली: विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की भारत की अध्यक्षता में चल रहे समारोहों से जुड़ी बैंकिंग ऑन वर्ल्ड हेरिटेज प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने बैंक नोट में दर्शाए गए विरासत स्थलों पर प्रकाश डाला. प्रदर्शनी सदस्य देशों के बैंकनोटों पर प्रदर्शित विश्व विरासत पर केंद्रित रही. प्रदर्शनी में जी-20 सदस्य देशों के कई बैंक नोटों को प्रदर्शित किया गया.
इसमें उनके संबंधित देशों के यूनेस्को विश्व विरासत स्थलों को दर्शाया गया था. 100 डॉलर के नोट से लेकर फिलाडेल्फिया के इंडिपेंडेंस हॉल, यूनाइटेड किंगडम के पांच पाउंड के नोट और वेस्टमिंस्टर एबे के एक हिस्से के साथ ब्राजील और अर्जेंटीना के करेंसी नोट, दोनों में इगुआज़ो नेशनल पार्क की तस्वीर है जो दोनों देशों के बीच की सीमा पर स्थित है इसे प्रदर्शित किये गये.
पांच भारतीय करेंसी नोट - ₹20, जिस पर कोणार्क के सूर्य मंदिर की छवि है, ₹10, जिस पर एलोरा की गुफाएं हैं, ₹500, जिस पर लाल किला और ₹100 के दो अलग-अलग नोट हैं, जिस पर कंचनजंगा पर्वत और गुजरात की 'रानी की वाव' बावड़ी की तस्वीर प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई. ईटीवी भारत से बात करते हुए विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, 'भारत की राष्ट्रपति ऐसी राष्ट्रपति हैं जो न केवल शांति की भाषा बोलतीं हैं बल्कि शांति और सद्भाव की सभी प्रक्रियाओं को आगे बढ़ातीं हैं. अगर दुनिया को आगे बढ़ना है, मानवता को बचाना है तो आगे बढ़ने का रास्ता भारतीय रास्ता है और वो रास्ता है 'वसुधैव कुटुंबकम.'