नई दिल्ली :भारतीय नौसेना दुनिया भर में तेजी से अपनी साख मजबूत कर रही है. मिशन सागर (Mission SAGAR) के तहत भारतीय नौसेना ने समुद्र में अब तक का सबसे लंबा सफर तय किया है. शनिवार (25 दिसंबर) को क्रिसमस के दिन भारतीय नौसेना के जहाज 'केसरी' (Indian Naval Ship Kesari) ने मोजाम्बिक के मापुटो बंदरगाह में प्रवेश किया. इसके साथ ही मोजाम्बिक भारतीय नौसेना के जहाज की मेजबानी करने वाला 15वां मित्र राष्ट्र बन गया है.
भारतीय नौसेना के जहाजों ने लगभग 40 हजार नॉटिकल मील की दूरी तय करते हुए समुद्र में 215 दिन बिताए हैं, जो एक मिशन के तहत पृथ्वी की परिधि की लगभग दोगुनी है. यह क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप ऐसी आठवीं तैनाती है और विदेश मंत्रालय तथा भारत सरकार की अन्य एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय में संचालित की जा रही है.
ये तैनातियां भारत के विस्तारित समुद्री पड़ोस के साथ एकजुटता में की गई और ये इन विशेष संबंधों को भारत द्वारा दिए गए महत्व को रेखांकित करती हैं. वर्तमान में जारी सूखे और महामारी की चुनौतियों से निपटने के लिए मोजाम्बिक सरकार के प्रयासों का समर्थन करने के लिए आईएनएस केसरी द्वारा 500 टन खाद्य सहायता भेज दी गई है.
भारत मोजाम्बिक के सशस्त्र बलों के क्षमता निर्माण प्रयासों की सहायता करने के लिए भी प्रतिबद्ध है. इसके लिए आईएनएस केसरी मोजाम्बिक के सशस्त्र बलों को सुपुर्द करने के लिए दो फास्ट इंटरसेप्टर क्राफ्ट और आत्मरक्षा उपकरण ले गया है.