मुंबई : भारतीय नौसेना में 'प्रोजेक्ट 75' के तहत चौथी स्टील्थ स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी INS वेला आज (गुरुवार) शामिल की गई. मुंबई स्थित नौसेना डॉकयार्ड में भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह की उपस्थिति में पनडुब्बी को शामिल किया गया. नौसेना ने कहा कि इस पनडुब्बी के सेवा में शामिल होने से उसकी युद्धक क्षमता में बढ़ोतरी होगी.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि आईएनएस वेला में पनडुब्बी संचालन के पूरे स्पेक्ट्रम को अंजाम देने की क्षमता है.
उन्होंने कहा कि INS वेला में पनडुब्बी संचालन के एक पूरे स्पेक्ट्रम को शुरू करने की क्षमता है. आज की गतिशील और जटिल सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, दुश्मन को तबाह करने की इसकी क्षमता से भारतीय नौसेना की क्षमता भी बढ़ेगी.
उल्लेखनीय है कि 'प्रोजेक्ट 75' में स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों का निर्माण शामिल है. इनमें से तीन पनडुब्बियों - कलवरी, खंडेरी, करंज - को पहले ही सेवा में शामिल किया जा चुका है.
पढ़ें :युद्धपोत 'विशाखापट्टनम' भारतीय नौसेना में शामिल, रक्षा मंत्री ने चीन पर साधा निशाना
नौसेना ने एक बयान में कहा कि भारतीय नौसेना की चौथी स्टील्थ स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी, INS वेला, 25 नवंबर 2021 को सेवा में शामिल हो गयी है. पनडुब्बी का निर्माण मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने मेसर्स नेवल ग्रुप आफ फ्रांस के सहयोग से किया है.
INS वेला का पिछला अवतार 31 अगस्त, 1973 को सेवा में शामिल किया गया था और यह 25 जून, 2010 को सेवा से हटी थी. इसने 37 वर्षों तक राष्ट्र की महत्वपूर्ण सेवा की थी.
भारतीय नौसेना में INS विशाखापत्तनम के बाद अब INS वेला शामिल हुई है. इस पनडुब्बी को मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने बनाया है. इसमें फ्रांस के मेसर्स नेवल ग्रुप ने सहयोग किया है. ये सबमरीन फ्रांसीसी स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन की तकनीक पर बनाई गई है.