नई दिल्ली : भारतीय नौसेना और ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया (Drone Federation of India) ने नौसेना प्लेटफार्मों के लिए ड्रोन के स्वदेशी विकास, निर्माण और परीक्षण को बढ़ावा देने के लिए करार किया. एक आधिकारिक बयान में बुधवार को कहा गया कि इस सहयोग के एक हिस्से के रूप में, नौसेना और ड्रोन उद्योग निकाय नौसेना-उद्योग-अकादमिक तालमेल और स्रोत प्रौद्योगिकी विकास चुनौतियों को घटक स्वदेशीकरण की दिशा में बढ़ाएंगे. बयान में कहा गया है कि भारतीय ड्रोन उद्योग के लिए एक विशेष समुद्री ड्रोन परीक्षण स्थल भी निर्धारित किया जाएगा, ताकि ड्रोन के तेजी से विकास और परीक्षण की सुविधा मिल सके, विशेष रूप से समुद्री वातावरण में इस प्रकार कई अनुप्रयोगों के लिए विकास को सक्षम किया जा सके. इसके अतिरिक्त, इस समझौते के हिस्से के रूप में संवेदीकरण और कौशल विकास पर कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे.
भारतीय नौसेना के ओआईसी टीडीएसी, वीएसएम, कमांड एपी गोलाया ने कहा, "टीडीएसी भारतीय नौसेना द्वारा उपयोग की जाने वाली स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के विकास में तेजी लाने की दिशा में काम कर रहा है. ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ हमारा सहयोग हमें एक गहरा उद्योग कनेक्शन विकसित करने में मदद करेगा और साथ ही भारतीय नौसेना में ड्रोन प्लेटफॉर्म को समयबद्ध तरीके से शामिल करने के लिए एक मजबूत रोडमैप बनाने में हमारा सहयोग करेगा. "