यरुशलम : इजरायल पर हमास के हमले के बाद भारतीय नागरिकों से जुड़ी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है (Indian nationals in Israel and Gaza safe) और देश में फंसे लोगों ने अपनी सुरक्षित निकासी के लिए तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास से अनुरोध किया है.
गाजा पट्टी पर शासन करने वाले आतंकवादी समूह हमास ने शनिवार सुबह इजरायल के दक्षिण में हवा, भूमि और समुद्र से अचानक हमला कर दिया था. रविवार को मीडिया में आई खबरों के अनुसार, इजरायल में सैनिकों समेत कम से कम 350 इजराइली मारे गए हैं और 1,900 से अधिक घायल हुए हैं. इसे बीते 50 साल में देश में हुआ सबसे भीषण हमला कहा जा रहा है. इजरायल के जवाबी हमले में गाजा पट्टी में लगभग 300 लोगों की मौत हुई है और करीब 1,500 घायल हुए हैं.
सूत्रों ने बताया कि लगभग 18 हजार भारतीय नागरिक इजरायल में रहते और काम करते हैं तथा अब तक उनसे जुड़ी किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली है. देश में फंसे भारतीय पर्यटकों ने भारतीय दूतावास से उन्हें बाहर निकालने का अनुरोध किया है. अधिकतर पर्यटक समूहों में यात्रा कर रहे हैं. इजरायल का दौरा करने वाले कुछ व्यवसायी भी हैं जो तनाव में हैं और वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं.
नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी :तेल अवीव में भारतीय मिशन और फलस्तीन में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय ने शनिवार को परामर्श जारी कर भारतीय नागरिकों से 'सतर्क रहने' और आपात स्थिति में 'सीधे कार्यालय से संपर्क करने' की अपील की थी.
दूतावास के सूत्रों ने बताया कि वे चौबीस घंटे सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं और सक्रिय रूप से उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं. इजरायल में रहने वाले भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा देखभाल करने वालों के रूप में काम करता है, लेकिन वहां लगभग एक हजार छात्र, कई आईटी पेशेवर और हीरा व्यापारी भी हैं.