नई दिल्ली :स्पूतनिक 5 वैक्सीन को लेकर अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक सलाहकार बोर्ड बनाया गया है. बोर्ड में दुनिया भर के 8 अन्य वैज्ञानिकों के साथ भारत के जाने-माने माइक्रोबायोलॉजिस्ट प्रोफेसर वसंतपुरम रवी को भी शामिल किया गया है. इस अंतरराष्ट्रीय मंच के तहत वैक्सीन बनाने वाले एक दूसरे के साथ सूचना, राय और विशेषज्ञता साझा करेंगे.
प्रो. रवि बेंगलुरु में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस (NIMHANS) में सेवारत हैं. रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) और नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने स्पूतनिक5 वैक्सीन पर अंतरराष्ट्रीय बोर्ड बनाया है.
वायरोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, जेनेटिक्स और बायो टेक्नोलॉजी में एक्सपर्ट अर्जेंटीना, क्रोएशिया, फ्रांस, जर्मनी, रूस, स्वीडन, यूके और यूएसए के वैज्ञानिक बोर्ड में अनुसंधान केंद्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
आरडीआईएफ और गामालेया केंद्र ने स्पूतनिक 5 वैक्सीन पर अंतरराष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड का गठन किया है. आरडीआईएफ के सीईओ किरिल दिम्रीक ने कहा कि 'महामारी के नए संक्रमण के कारण चिंता बढ़ गई है. ऐसे में यह एक वैश्विक मंच है जिसने पूरे वैश्विक वैज्ञानिक और अनुसंधान क्षमता को बढ़ावा दिया है.' स्पूतनिक 5 वैक्सीन करीब 15 लाख लोगों को दिया जा चुका है.
भारत के शीर्ष दवा नियामक डीसीजीआई (ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया) ने हाल ही में देश में स्पूतनिक 5 के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण को मंजूरी दी है.
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प्रमुख दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज रूसी टीके के तीसरे चरण का परीक्षण कर रही है. डीसीजीआई की विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की हालिया बैठक में कंपनी ने स्पूतनिक5 वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के परीक्षण का डेटा प्रस्तुत किया था. कई देशों में स्पूतनिक 5 का इस्तेमाल पहले से किया जा रहा है.