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भारतीय दूत ने कनाडा से निज्जर की हत्या में सबूत मांगे, कहा- ट्रूडो के बयानों ने जांच को प्रभावित किया

कनाडा में भारतीय दूत संजय कुमार वर्मा ने द ग्लोब एंड मेल से बात की. उन्होंने कहा कि भारत को कनाडा या कनाडा के सहयोगियों की ओर से ठोस सबूत नहीं दिये हैं. कनाडा ने आरोप लगाया है कि भारतीय एजेंट जून 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल थे. पढ़ें पूरी खबर...india canada diplomatic standoff hardeep singh nijjar justin trudeau

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कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त, संजय कुमार वर्मा (फोटो: भारतीय उच्चायोग, कनाडा)

By ANI

Published : Nov 5, 2023, 8:54 AM IST

Updated : Nov 5, 2023, 2:30 PM IST

ओटावा : कनाडा के भारत के उच्चायुक्त, संजय कुमार वर्मा ने कनाडा के साथ राजनयिक गतिरोध पर नई दिल्ली के स्टैंड को दोहराया. उन्होंने कनाडाई सरकार से कहा कि वे खलिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से संबंधित सबूत पेश करें. भारतीय दूत ने शुक्रवार को कनाडाई प्लेटफॉर्म, द ग्लोब और मेल के साथ एक साक्षात्कार में टिप्पणी की.

उन्होंने कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जून में निज्जर की हत्या में 'भारत सरकार के एजेंटों' की भागीदारी का आरोप लगाया लेकिन इसके लिए कोई सबूत नहीं दिये. वर्मा ने जोर देकर कहा कि भारत को कनाडा या उसके सहयोगियों की निज्जर की हत्या में भारत की कथित भागीदारी के बारे में ठोस सबूत नहीं दिखाए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में ट्रूडो की ओर से दिये गये कई बयानों ने जांच को प्रभावित और क्षतिग्रस्त किया.

वर्मा ने कहा कि इस मामले में जांच में भारत को कोई विशिष्ट या प्रासंगिक जानकारी प्रदान नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि सबूत कहां है? जांच का निष्कर्ष कहां है? मैं एक कदम आगे जाऊंगा और कहूंगा कि अब जांच पहले से दोषियों की घोषणा हो चुकी है. हत्या में भारत की भूमिका को नकारते हुए, वर्मा ने कहा कि राजनयिकों के बीच कोई भी बातचीत 'संरक्षित है और उसे सबूत के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है'. आप अवैध वायरटैप के बारे में बात कर रहे हैं और सबूतों के बारे में बात कर रहे हैं.

वर्मा ने कहा कि दो राजनयिकों के बीच बातचीत सभी अंतरराष्ट्रीय कानून से अभिरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि मुझे दिखाओ कि आपने इन बातचीत को कैसे हासिल किया. कनाडाई सरकार को यह साबित करना चाहिए कि यह बातचीत असली है. किसी ने उसकी नकल नहीं की है.

भारतीय दूत ने यह भी उल्लेख किया कि नई दिल्ली ने कनाडा में लोगों को भारत में प्रत्यर्पित करने के लिए पिछले पांच या छह वर्षों में ओटावा को 26 अनुरोध किए हैं. उन्होंने कहा कि हम अभी भी कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं. उच्चायुक्त ने यह भी कहा कि उन्हें रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) की सुरक्षा दी गई है क्योंकि उन्हें धमकी मिली है. वर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि अभद्र भाषा और हिंसा के लिए उकसाना है. उन्होंने कहा कि मैं अपनी सुरक्षा के बारे में चिंतित हूं. मैं अपने सहयोगियों की सुरक्षा के बारे में चिंतित हूं.

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यह पूछे जाने पर कि डिप्लोमैटिक संबंधों को ठीक करने के लिए नई दिल्ली को क्या लगा, भारतीय दूत ने कहा कि दोनों पक्षों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि किसी भी विवाद को 'पेशेवर संचार और पेशेवर संवाद के माध्यम से' निपटाया जा सकता है.

Last Updated : Nov 5, 2023, 2:30 PM IST

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