नई दिल्ली:केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर देश में बवाल मचा हुआ है. हिंसक प्रदर्शन से लेकर राजनीतिक विरोध भी इसमें शामिल है. तो वहीं सरकार (Government) इस योजना को लेकर लगातार लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है. इसके बारे में सही जानकारी साझा करने की कोशिश में लगी हुई है. इसी क्रम में भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने इस योजना के बारे में जानकारी अपनी वेबसाइट (Website) पर दी है. यहां वायुसेना (Airforce) ने इस योजना के बारे में पूरी जानकारी दी है.
इस डिटेल के अनुसार चार साल की सेवा के दौरान अग्निवीरों की वायुसेना की ओर से कई सुविधाएं दी जाएंगी जो स्थायी वायुसैनिकों को मिलने वाली सुविधाओं के अनुसार ही होगी. एयरफोर्स की वेबसाइट पर अपलोड की जानकारी के अनुसार अग्निवीरों को सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफार्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी मिलेगी. ये सुविधाएं एक रेगुलर सैनिक को मिलती हैं.
अग्निवीरों को सेवा काल के दौरान ट्रैवल एलाउंस भी मिलेगा. इसके अलावा उन्हें साल में 30 दिन की छुट्टी मिलेगी. उनके लिए मेडिकल लीव की व्यवस्था अलग है. अग्निवीरों को सीएसडी कैंटीन की भी सुविधा मिलेगी. अगर दुर्भाग्यवश किसी अग्निवीर की सर्विस (चार साल) के दौरान अगर मृत्यु होती है तो उसके परिवार को इन्श्योरेंस कवर मिलेगा. इसके तहत उसके परिवार को करीब 1 करोड़ रुपये मिलेंगे.
वायुसेना ने कहा कि वायुसेना में इनकी भर्ती एयर फोर्स एक्ट 1950 के तहत 4 साल के लिए होगी. वायुसेना में अग्निवीरों का एक अलग रैंक होगी जो मौजूदा रैंक से अलग होगी. अग्निवीरों को अग्निपथ स्कीम की सभी शर्तों को मानना होगा. जिन अग्निवीरों की वायुसेना में नियुक्ति के समय उम्र 18 साल से कम होगी उन्हें अपने माता-पिता या अभिभावक से अपने नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर करवाना होगा. चार साल की सेवा के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में लिया जाएगा. इन 25 फीसदी अग्निवीरों की नियुक्ति सेवा काल में उनके सर्विस के परफॉर्मेंस के आधार पर की जाएगी.
वायुसेना के अनुसार अग्निवीर सम्मान और अवॉर्ड के हकदार होंगे. अग्निवीरों को वायुसेना की गाइडलाइंस के अनुसार ऑनर्स और अवॉर्स दिया जाएगा. वायुसेना में भर्ती होने के बाद अग्निवीरों को सेना की जरूरतों के अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी.