नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की यात्रा पर आए केन्याई राष्ट्रपति विलियम समोई रुतो के साथ व्यापक वार्ता के बाद मंगलवार को केन्या को उसके कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिए 25 करोड़ डॉलर की लोन सुविधा देने के भारत के फैसले की घोषणा की.पीएम मोदी ने वार्ता के बाद मीडिया को जारी बयान में कहा कि अपनी विदेश नीति में भारत ने हमेशा अफ्रीका को उच्च प्राथमिकता दी है और पिछले करीब एक दशक में मिशन मोड पर इस महाद्वीप के साथ अपने समग्र संबंधों का विस्तार किया है. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति रूतो की भारत यात्रा से न केवल द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे बल्कि अफ्रीका के साथ हमारे संबंधों को नई गति मिलेगी.
केन्या को भारत 25 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा उपलब्ध कराएगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत केन्या को उसके कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिए 25 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा उपलब्ध कराएगा, हिंद-प्रशांत का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि क्षेत्र में भारत और केन्या के बीच करीबी सहयोग साझा प्रयासों को आगे बढ़ाएगा. भारत और केन्या का मानना है कि आतंकवाद मानवता के सामने सबसे गंभीर चुनौती है और दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष भारत-केन्या आर्थिक सहयोग की पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए नए अवसरों की तलाश जारी रखेंगे.
राजघाट पहुंचे राष्ट्रपति सामोई रुटो
बता दें, केन्या के राष्ट्रपति विलियम सामोई रुटो तीन दिवसीय भारत दौरे पर है. सोमवार को राष्ट्रपति रुटो भारत की राजधानी नई दिल्ली पहुंचे हैं, वहीं, आज मंगलवार को राष्ट्रपति रुटो का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया. इस दौरान वहा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहें. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद राष्ट्रपति विलियम रुटो राजघाट पहुंचे, यहां पर उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित किए. जिसके बाद केन्याई राष्ट्रपति को महात्मा गांधी पर लिखी कुछ पुस्तकें और मूर्ति भेंट की गई. बता दें, राष्ट्रपति रुटो कि यह पहली भारत यात्रा है.