नई दिल्ली:संयुक्त राष्ट्र महासभा का 78वां सत्र सोमवार को शुरू हुआ. इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज (Ruchira Kamboj) ने मंगलवार को इस बात पर प्रकाश डाला कि जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत का ध्यान वैश्विक दक्षिण के साथ-साथ आतंकवाद-निरोध, सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर है. साथ ही कहा गया कि परिषद में सुधार और शांति स्थापना इसकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में होगी.
वहीं कंबोज ने कहा कि जी20 के अध्यक्ष के रूप में हम वैश्विक सहयोग की वकालत कर रहे हैं और उन मुद्दों पर जोर देना जारी रख रहे हैं जो वैश्विक दक्षिण देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि भारत आतंकवाद विरोधी, शांति स्थापना और संयुक्त राष्ट्र सुधारों सहित अन्य प्रयासों में अग्रणी है. जी20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में भारत उन मुद्दों पर जोर देना जारी रखेगा जो वैश्विक दक्षिण देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिनमें जलवायु कार्रवाई, वित्त और सतत विकास लक्ष्य शामिल हैं.
कंबोज ने कहा कि हमने गर्व से अफ्रीकी संघ के लिए दरवाजे खोले हैं. जिससे समसामयिक चुनौतियों से निपटने के लिए वह वैश्विक सहयोग के महत्व को पहचानते हुए जी20 में शामिल हों. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुधारों के दायरे में भारत सुरक्षा परिषद सुधारों के लिए चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लेता है, स्थायी सदस्यता का लक्ष्य रखता है और सदस्यता की स्थायी और गैर-स्थायी दोनों श्रेणियों के विस्तार पर जोर देता है.
बता दें कि भारत संयुक्त राष्ट्र 1975 के बाद पहली बार सामाजिक विकास आयोग के 62वें सत्र की अध्यक्षता करेगा. कम्बोज ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादियों द्वारा प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग को संबोधित करने और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर एक व्यापक सम्मेलन की वकालत करने के लिए वैश्विक आतंकवाद विरोधी प्रयासों की जरूरत है. इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 78वें आयोजन से पहले सतत विकास लक्ष्यों पर प्रगति में तेजी लाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता शीर्षक से आयोजित एक अतिरिक्त कार्यक्रम में बोलते हुए कंबोज ने कहा कि भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करता है और इसके लिए तैयार है.