हैदराबाद : क्वाड में चार देश अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत शामिल हैं. यह 'क्वाड' बैठक में अमेरिका ने बीजिंग की बढ़ती ताकतों का मुकाबला करने के लिए इंडो-पैसिफिक यानी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से एक साथ काम करने पर जोर दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन चीन की बढ़ती सैन्य और आर्थिक शक्ति को संतुलित करना चाहते हैं. इसी के तहत बाइडेन ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के नेताओं के साथ पहली बार संयुक्त वार्ता करेंगे.
क्वाड के दोनों मजबूत देश अमेरिका और जापान क्वाड समिट से पहले ही चीन के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं, इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि जब आज चार यार यानी भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड सम्मेलन में शिरकत करेंगे तो चीन की चिंता चरम पर होगी और बीजिंग भविष्य के डर में डूब जाएगा.
भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष नेताओं की QUAD ग्रुप के पहले शिखर सम्मेलन का आयोजन 12 मार्च को होने जा रहा है. इस दौरान आज पहले शिखर सम्मेलन में बाइडेन प्रशासन चीन के सैन्य और व्यापार विस्तार का मुकाबला करने के लिए गठजोड़ को मजबूत करने की मांग करेगा.
साल 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो अबे द्वारा क्वाड का प्रस्ताव पेश किया गया था. इस प्रस्ताव को समर्थन भारत, अमेरिका और आस्ट्रेलिया ने किया था, जिसके बाद साल 2019 में इन सभी देशों के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक हुई थी.