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क्वाड देशों की बैठक, एक साथ आने पर बढ़ी ड्रैगन की चिंता

आज से हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के सबसे ताकतवर समूह क्वाड की पहली शिखर बैठक शुरु होने जा रही है. इस बैठक में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में गठबंधन की मजबूती और अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है. इसके साथ ही आज होने वाली बैठक से चीन के दुश्मन देशों का हौसला बढ़ेगा और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना का गुरूर चकनाचूर हो जाएगा.

क्वाड देशों की बैठक
क्वाड देशों की बैठक

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Published : Mar 12, 2021, 2:31 PM IST

हैदराबाद : क्‍वाड में चार देश अमेरिका, जापान, ऑस्‍ट्रेलिया और भारत शामिल हैं. यह 'क्‍वाड' बैठक में अमेरिका ने बीजिंग की बढ़ती ताकतों का मुकाबला करने के लिए इंडो-पैसिफिक यानी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से एक साथ काम करने पर जोर दिया.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन चीन की बढ़ती सैन्य और आर्थिक शक्ति को संतुलित करना चाहते हैं. इसी के तहत बाइडेन ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के नेताओं के साथ पहली बार संयुक्त वार्ता करेंगे.

क्वाड के दोनों मजबूत देश अमेरिका और जापान क्वाड समिट से पहले ही चीन के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं, इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि जब आज चार यार यानी भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड सम्मेलन में शिरकत करेंगे तो चीन की चिंता चरम पर होगी और बीजिंग भविष्य के डर में डूब जाएगा.

भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष नेताओं की QUAD ग्रुप के पहले शिखर सम्मेलन का आयोजन 12 मार्च को होने जा रहा है. इस दौरान आज पहले शिखर सम्मेलन में बाइडेन प्रशासन चीन के सैन्य और व्यापार विस्तार का मुकाबला करने के लिए गठजोड़ को मजबूत करने की मांग करेगा.

साल 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो अबे द्वारा क्वाड का प्रस्ताव पेश किया गया था. इस प्रस्ताव को समर्थन भारत, अमेरिका और आस्ट्रेलिया ने किया था, जिसके बाद साल 2019 में इन सभी देशों के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक हुई थी.

क्वाड चीन को चुनौती देने के लिए बेहद अहम है. कोरोना काल में होने वाली ये बैठक इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा दोनों ही पहली बार इसमें शिरकत कर रहे हैं.

अमेरिका के प्रभावशाली सीनेटरों ने सीनेट में कई प्रस्ताव पेश कर दक्षिण चीन सागर में बढ़ती सैन्य गतिविधियों के लिए चीन की आलोचना की है. साथ ही बीजिंग की आर्थिक गतिविधियों से निपटने के लिए भी प्रस्ताव पेश किया है.

'क्वाड' ढांचे के तहत आज पहले शिखर सम्मेलन में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेता हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विचार-विमर्श करेंगे और महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए कोविड-19 के टीके की आपूर्ति को लेकर पहल पर ध्यान केंद्रित करेंगे.

वहीं, डिजिटल तरीके से आयोजित इस शिखर सम्मेलन में 'क्वाड' के देश वैश्विक टीका आपूर्ति को तेज करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में किफायती और सुरक्षित टीके की आपूर्ति के लिए ठोस तालमेल पर विचार करेंगे.

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार को कहा, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ उनकी पहली मुलाकात और भारत और जापान के नेताओं के साथ बातचीत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता के लिए अहम साबित होगी.

स्कॉट मॉरिसन ने आगामी बैठक को एक ऐतिहासिक क्षण बताया.

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