नई दिल्ली :भारत में कोरोना वायरस से बिगड़ते हालातों के बीच कई देश मदद को आगे आए हैं. जहां, अमेरिका ने वैक्सीन के लिए जरूरी रॉ मटेरियल सप्लाई करने का वादा किया तो वहीं, ब्रिटेन और फ्रांस से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आ रहे हैं. इस बीच भारत को रूस की स्पूतनिक-V वैक्सीन की पहली खेप आज मिल जाएगी.
जानकारी के अनुसार भारत को जून तक वैक्सीन की 5 मिलियन खुराक प्राप्त होने की उम्मीद है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन की लगभग 150,000 से 200,000 खेप मई की शुरुआत में और मई के अंत तक 3 मिलियन से अधिक खेप भेजी जाएगी.
पढ़ें: ओडिशा में सांकेतिक तौर पर शुरू होगा 18-44 वर्ष के लिए टीकाकरण
कोरोना वायरस के खिलाफ पंजीकृत वैक्सीन स्पूतनिक वी सबसे जाना-पहचाना नाम है. सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 10 में से सात (74 फीसदी) ने रूसी वैक्सीन के बारे में सुना है. स्पूतनिक-वी दुनिया की दो सबसे पसंदीदा वैक्सीन है.
बता दें, बढ़ते महामरी के इस दौर में कोरोना वैक्सीन ही एकमात्र सहारा है. भारत में इस वक्त दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार के 18 से 45 साल तक के लोगों के टीकाकरण के एलान के बाद वैक्सीन की किल्लत सामने आ रही है. दरअसल केंद्र सरकार ने 1 मई से देशभर में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान का एलान किया है, लेकिन कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी की शिकायत की है. जिसके कारण वो 1 मई से टीकाकरण शुरू नहीं कर सकते.
ज्यादातर राज्यों के मुताबिक उनकी तरफ से कोविड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी को वैक्सीन खरीद का ऑर्डर दे दिया गया है, लेकिन कंपनियों के मुताबिक वैक्सीन की सप्लाई में वक्त लगेगा. ऐसे में कई राज्यों ने इस अभियान के शुरू होने से पहले ही हाथ खड़े कर दिये हैं. हालांकि राजस्थान और गुजरात में चरणबद्ध तरीके से पहले सबसे संक्रमित जिलों में ये टीकाकरण अभियान शुरू होगा.