नई दिल्ली : इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उम्मीद जताई कि सरकार सेमीकंडक्टर योजना के तहत मिले आवेदनों के विस्तृत मूल्यांकन और कंपनियों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर का काम अगले 8-10 महीनों में पूरा कर लेगी. वैष्णव ने कहा कि मंत्रालय ने 76,000 करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर कार्यक्रम के तहत आवेदन आमंत्रित किए थे, जिस पर मिली प्रतिक्रिया से वह खुश हैं.
वैष्णव ने एक साक्षात्कार में कहा कि सरकार को भरोसा है कि अगले दौर में सेमीकंडक्टर उद्योग की एक बड़ी वैश्विक कंपनी शामिल होगी. उन्होंने जोर देकर कहा कि कई अन्य कंपनियां भी भारत के सेमीकंडक्टर कार्यक्रम का गंभीरता से मूल्यांकन कर रहे हैं, और मंत्रालय कई कंपनियों के साथ चर्चा कर रहा है. उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर योजना के लिए आठ स्थानों को पहले ही चुना जा चुका है और अंतिम फैसला निवेशकों को करना है.
वैष्णव ने कहा कि लगभग आठ स्थानों को पहले ही छांटा जा चुका है, और निश्चित रूप से अंतिम निर्णय निवेशकों को करना है. पूरी आपूर्ति श्रृंखला एक स्थान पर मिल सके, इसलिए हम पूरी तरह निष्पादन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि इंटेल, सैमसंग और अन्य दिग्गज वैश्विक चिप विनिर्माताओं ने पहले दौर में आवेदन क्यों नहीं किया, मंत्री ने कहा कि कई कंपनियों की निवेश योजना पहले से चल रही है, और इसे देखते हुए कि उनका निवेश चक्र इस समय जारी है, उन्हें नई योजना का पूरी तरह मूल्यांकन करने के लिए और अधिक समय की जरूरत हो सकती है.