नई दिल्ली: देश में मानसून की वजह से अभी तक विभिन्न राज्यों में प्राकृतिक आपदा की वजह से 970 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं केंद्र सरकार ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के तहत नौ राज्यों को पहली किस्त के रूप में 2446.80 करोड़ रुपये जारी किए हैं. ईटीवी भारत के पास मौजूद सरकारी आंकड़ों के मुताबिक असम (193), हिमाचल प्रदेश (187) और महाराष्ट्र (99) में लोग हताहत हुए हैं. वहीं असम में 174 लोगों की डूबने से और 19 लोगों की भूस्खलन से मौत हो गई.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में इस मानसून में 187 लोगों की मौत हुई. इनमें 37 लोगों की डूबने से, दो लोगों की बिजली गिरने से तथा 6 लोगों की मौत भूस्खलन से हुई जबकि 147 लोगों की मौत अन्य कारणों से हुई. इसी प्रकार गुजरात में 88, मणिपुर में 53, बिहार में 50, मेघालय में 36 लोग काल के गाल में समा गए. असम में 34 जिले बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं, जबकि मध्य प्रदेश में 32, गुजरात 26, अरुणाचल प्रदेश में 25 प्रभावित जिले शामिल हैं.
इस दौरान विभिन्न राज्यों में कम से कम 82 लोगों ने प्राकृतिक आपदा में लापता होने की सूचना दी. इनमें असम में 37, मणिपुर में 12, मेघालय में 11, महाराष्ट्र में 6 मामले दर्ज किए गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 16 राज्यों में 29700 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि 250213 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. बाढ़ की वजह से 11 राज्यों में 4451 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें असम में अधिकतम 4064, त्रिपुरा में 63, महाराष्ट्र में 53, अरुणाचल प्रदेश में 51 राहत शिविर शामिल हैं. देश के विभिन्न राज्यों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए केंद्र ने राहत और पुनर्वास प्रदान करने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के तहत नौ राज्यों को पहली किस्त के रूप में 2446.80 करोड़ रुपये की राशि भी जारी की है.