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लुंबिनी में विश्व स्तरीय बौद्ध केंद्र के निर्माण के लिए भारत और नेपाल में समझौता - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

'आषाढ़ पूर्णिमा' के शुभ अवसर पर सोमवार को विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की उपस्थिति में, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) ने एसीसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड-गोरखा को अनुबंध का प्रमाण पत्र दिया गया. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jul 4, 2023, 6:51 AM IST

Updated : Jul 4, 2023, 7:02 AM IST

नई दिल्ली: 'आषाढ़ पूर्णिमा' के शुभ अवसर पर, विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की उपस्थिति में, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) ने एसीसी को अनुबंध का प्रमाण पत्र दिया. नेपाल में भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी के मठ क्षेत्र में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर फॉर बौद्ध कल्चर एंड हेरिटेज (IICBCH) के निर्माण के लिए इंडिया प्राइवेट लिमिटेड-गोरखा ने एक अनुबंध किया है. यह परियोजना भारत-नेपाल संयुक्त उद्यम कंपनियों की शुरू की गई एक पहल है. जिसका उद्देश्य बौद्ध धर्म के मूल मूल्यों को बढ़ावा देना है.

आषाढ़ पूर्णिमा के पवित्र अवसर पर संस्कृति मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघने 'धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस' को उत्साहपूर्वक मनाया. ज्ञान के प्रकाशस्तंभ के रूप में मनाए जाने वाले इस कार्यक्रम पर माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वीडियो संदेश दिया. बता दें कि कला परियोजना, भारत अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्कृति और विरासत केंद्र (IICBCH), जिसे अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (IBC), नई दिल्ली द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है, जल्द ही भगवान बुद्ध के जन्मस्थान लुंबिनी के मठ क्षेत्र में शुरू होगी. इस परियोजना के 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है.

बता दें कि इससे पहले 25 मार्च, 2022 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के तत्कालीन प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ 'शिलान्यास' समारोह में हिस्सा लिया था. 16 मई, 2022 को साइट पर IICBCH की आधारशिला रखी गई थी. लुम्बिनी में चुना गया यह स्थल न केवल एक तीर्थ स्थल है, बल्कि यूनेस्को विश्व धरोहर परिसर में भी वर्गीकृत है. नया केंद्र एक विश्व स्तरीय सुविधा प्रदान करेगा जो दुनिया भर से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को प्राप्त करेगा.

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वे IICBCH से बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक पहलुओं का सार ग्रहण करने में सक्षम होंगे. यह ध्यान देने योग्य है कि यह आधुनिक इमारत ऊर्जा, पानी और अपशिष्ट प्रबंधन के मामले में अनुरूप है. इसमें प्रार्थना कक्ष, एक प्रदर्शनी हॉल, एक कैफेटेरिया और अन्य सुविधाएं भी होंगी.

Last Updated : Jul 4, 2023, 7:02 AM IST

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