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Nomadic Elephant 2023 : भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास उलानबटार में शुरू होगा

सेना की ओर से जारी व्यज्ञप्ति में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत यह अभ्यास मुख्य रूप से तहत पहाड़ी इलाकों में आतंकवादी अभियान के दौरान जवाबी कार्रवाई पर ध्यान केंद्रित करेगा. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Jul 16, 2023, 1:01 PM IST

नई दिल्ली : भारत और मंगोलिया के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 'Nomadic Elephant 2023' में भाग लेने के लिए 43 कर्मियों वाली भारतीय सेना की एक टुकड़ी रविवार को मंगोलिया के लिए रवाना हुई. रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों देशों के बीच यह अभ्यास का 15वां संस्करण होगा. यह अभ्यास 17 से 31 जुलाई तक मंगोलिया के उलानबटार में निर्धारित है.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह अभ्यास ('Nomadic Elephant 2023') भारत और मंगोलिया के बीच एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा है. इसे दोनों देशों में वैकल्पिक रूप से आयोजित किया जाता है. संयुक्त अभ्यास का अंतिम संस्करण अक्टूबर 2019 में विशेष बल प्रशिक्षण स्कूल, बकलोह में आयोजित किया गया था.

मंगोलियाई सशस्त्र बल यूनिट 084 के सैनिक और जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के भारतीय सेना के जवान अभ्यास में भाग लेंगे. रक्षा मंत्रालय (एमओडी) की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस अभ्यास का उद्देश्य सकारात्मक सैन्य संबंध बनाना, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना और दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन सौहार्द और मित्रता विकसित करना है.

इस अभ्यास के दायरे में प्लाटून स्तर का फील्ड ट्रेनिंग अभ्यास (एफटीएक्स) शामिल होगा. अभ्यास के दौरान, भारतीय और मंगोलियाई सैनिक अपने कौशल और क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई विभिन्न प्रशिक्षण गतिविधियों में शामिल होंगे. इन गतिविधियों में सहनशक्ति प्रशिक्षण, रिफ्लेक्स फायरिंग, रूम इंटरवेंशन, छोटी टीम रणनीति और रॉक क्राफ्ट प्रशिक्षण शामिल हैं. रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति में आगे बताया गया कि दोनों पक्षों के सैनिक एक-दूसरे के परिचालन अनुभव से सीखेंगे.

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भारत और मंगोलिया की क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग के प्रति साझा प्रतिबद्धता है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि अभ्यास 'Nomadic Elephant 2023' भारतीय सेना और मंगोलियाई सेना के बीच रक्षा सहयोग में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा. इससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देगा.

(एएनआई)

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