मुंबई : इंडिया गठबंधन की बैठक गुरुवार से शुरू हो रही है. बैठक दो दिनों तक चलेगी. इसमें 28 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. कुल 63 नेताओं के भाग लेने की पुष्टि की गई है. बैठक के बारे में जानकारी देते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि वे एनडीए को कड़ी टक्कर देंगे और जनता के सामने मजबूत विकल्प प्रदान करेंगे.
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए शरद पवार ने कहा कि कुछ मुद्दे हैं, जिस पर बातचीत जारी है और इनमें से एक मुद्दा सीटों का बंटवारा है. पवार ने कहा कि अभी तक इस विषय पर कोई चर्चा नहीं की गई है. उनसे जब पूछा गया कि क्या इंडिया में एनसीपी शामिल है, इस पर पवार ने कहा कि हम पूरी तरह से इंडिया के साथ हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे दल के कुछ नेता एनडीए में शामिल हो गए हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पूरा दल एनडीए में चला गया है. पवार ने कहा कि एनसीपी इंडिया के साथ पूरी दृढ़ता के साथ खड़ी है और जिन्होंने विद्रोह किया है, जनता उन्हें सबक सिखाएगी.
क्या बैठक में बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे, इस पर पवार ने कहा कि उन्हें अभी तक इसके बारे में जानकारी नहीं है. पवार ने कहा कि बसपा ने भाजपा के साथ भी बातचीत की थी. इस बैठक को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता उद्धव ठाकरे ने भी कुछ जानकारी दी.
ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री पद को लेकर हमारे गठबंधन में कोई संशय नहीं है, बल्कि हमारे पास विकल्पों की भरमार है. उन्होंने कहा कि हमसे उलट एनडीए के पास पीएम पद का मात्र एक उम्मीदवार है, इसलिए हमारी स्थिति उनसे बेहतर है. ठाकरे ने कहा कि हमारा उद्देश्य देश के संविधान को बचाना और लोकतंत्र की रक्षा करना है.
जब मीडिया ने उनसे पूछा कि इंडिया का संयोजक कौन होगा, इस पर उन्होंने कहा कि क्या एनडीए का कोई संयोजक है, नहीं है. इसलिए जब उचित समय आएगा, तो आपको सारी जानकारी मिल जाएगी.
ठाकरे ने कहा कि इंडिया गठबंधन के दबाव में एनडीए है, यही वजह है कि उन्होेंने गैस सिलेंडर के दामों में कटौती कर दी. उन्होंने कहा कि हो सकता है आने वाले समय में वो गैस सिलेंडर ही कहीं फ्री न कर दें. भाजपा द्वारा बार-बार विकास का दावा करने पर उद्धव ने कहा कि विकास तो अंग्रेजी भी करते थे, लेकिन इसके बावजूद हम सब उनके खिलाफ एक हुए और हमें आजादी मिली. ठाकरे ने कहा कि यही आजादी हमें एक तानाशाह से भी चाहिए.
कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने इस बैठक को लेकर बताया कि नॉन एनडीए को पिछली बार लोकसभा चुनाव में 23 करोड़ मत मिले थे, जबकि भाजपा को 22 करोड़. उन्होंने कहा कि इस लिहाज से जीत हमारी निश्चित तौर पर होगी, बशर्ते हम सब मिलकर काम करें.
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