नई दिल्ली :भारत तंबाकू के इस्तेमाल में 30 प्रतिशत तक की कमी के लक्ष्य को हासिल कर सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार को कहा कि भारत और नेपाल उन देशों में शामिल है जहां वैश्विक एनसीडी कार्य योजना के लक्ष्य को 2025 तक हासिल करने के लिए तंबाकू के इस्तेमाल में 30 प्रतिशत तक की कमी आने की संभावना है.
साथ ही विश्व स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि अगर तंबाकू नियंत्रण के प्रयास मौजूदा स्तर तक जारी रहते हैं तो भारत और नेपाल में धूम्रपान की दर 2025 में 11 प्रतिशत जितनी कम हो सकती है.
तंबाकू का इस्तेमाल गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के लिए अहम खतरे में से एक है और प्रभावी तंबाकू नियंत्रण एनसीडी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है.
बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश, भारत, इंडोनेशिया और श्रीलंका अपने किसानों को तंबाकू की खेती करने से रोकने की दिशा में काम कर रहे हैं. भूटान, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और तिमोर-लेस्ते ने तंकाबू छोड़ने वाली सेवाएं स्थापित की और बढ़ाई है.
'तंबाकू के इस्तेमाल की व्यापकता में प्रवृत्तियों 2000-2025' पर डब्ल्यूएचओ की वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार, संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र ने तंबाकू के इस्तेमाल में गिरावट की सबसे तेज दर हासिल की. पुरुषों में धूम्रपान साल 2000 में 50 प्रतिशत से कम होकर 2020 में 25 प्रतिशत तक रह गयी और महिलाओं में धूम्रपान में तेजी से कमी आई. साल 2000 में 8.9 प्रतिशत महिलाएं धूम्रपान करती थी जो अब 2020 में कम होकर 1.6 प्रतिशत हो गई है.