नई दिल्ली: भारत में कोलंबिया के राजदूत विक्टर ह्यूगो एचेवेरी ( Colombian ambassador Victor Hugo Echeverri) ने कहा कि भारत और लैटिन अमेरिका के बीच संबंध पिछले वर्षों की तुलना में बढ़ रहे हैं और मजबूत हो रहे हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने बताया कि भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR), भारत में चिली के दूतावास, भारत में कोलंबिया के दूतावास और भारत में इक्वाडोर के दूतावास एकसाथ मिलकर इंडो-लैटिन अमेरिका सांस्कृतिक महोत्सव के चौथे संस्करण का आयोजन कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि महोत्सव की शुरुआत 28 सितंबर को चिली के बैले फोकलोरिक डी चिली बाफोली के मनमोहक प्रदर्शन के साथ होगी. इसके अलावा 29 सितंबर को भी सांस्कृतिक उत्सव जारी रहेगा. कोलंबिया के राजदूत ने कहा कि कोविड के बाद देशों के बीच में संबंध सभी क्षेत्रों में बहुत अधिक बढ़े हैं. इसमें न केवल वाणिज्य या निवेश के मामले हों बल्कि द्विपक्षीय संबंधों का सांस्कृतिक हिस्सा भी बहुत अहम है, क्योंकि यह प्रमुख कारक है जिसकी वजह से अधिक व्यापार हो सकता है. वहीं अधिक निवेश और बेहतर सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए लोगों को एक साथ लाना भी है.
राजदूत विक्टर ह्यूगो ने कहा कि भारत और कोलंबिया के बीच सांस्कृतिक संबंधों पर और भारत-लैटिन अमेरिका सांस्कृतिक उत्सव के आयोजन का उद्देश्य सांस्कृतिक संबंधों की गहराई तक जाना है. उन्होंने कहा कि इंडो-लैटिन अमेरिका सांस्कृतिक उत्सव के माध्यम से भारत में एक खुशी का माहौल लाएगा. कोलंबियाई राजदूत ने भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा कि हम सांस्कृतिक और द्विपक्षीय संबंधों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
भारत की सांस्कृतिक कूटनीति उसकी विदेश नीति के प्रमुख पहलुओं में से एक रही है. भारत अन्य देशों के साथ राजनयिक संबंधों को मजबूत करने के लिए सांस्कृतिक कूटनीति को सक्रिय रूप से नियोजित करता है. यही वजह है कि भारत की सॉफ्ट पावर और सांस्कृतिक कूटनीति भूराजनीति को प्रभावित कर सकती है. विशेष रूप से, संस्कृति और कला के इस जीवंत उत्सव का उद्देश्य लैटिन अमेरिका की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना है. महोत्सव का उद्घाटन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे करेंगे. यह महोत्सव नई दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि महोत्सव में इक्वाडोर की संगीत जोड़ी, जॉर्ज साडे और जुआन कार्लोस शामिल होंगे जो अपनी धुनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे. वहीं कोलंबिया के अबकोराओ लैटिन बैंड की लयबद्ध धुनों से यह संगीत यात्रा और समृद्ध होगी. इंडो-लैटिन अमेरिका महोत्सव के एक भाग के रूप में सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए भारत और लैटिन अमेरिका के प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाते हुए अक्टूबर के पहले सप्ताह में नई दिल्ली में एक संगोष्ठी आयोजित होने की संभावना है.