अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण लगभग 70 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है. पूरे मंदिर निर्माण को कंप्लीट करने की आखिरी तारीख दिसंबर 2025 है, लेकिन उससे करीब दो साल पहले ही लगभग 70 फीसदी तक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. 9 नवंबर 2019 को देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा दिए गए फैसले के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. वहीं, अयोध्या से 25 किलोमीटर दूर धन्नीपुर में मस्जिद का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. निर्माण शुरू करने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं अभी अधूरी हैं, वहीं इस बीच मस्जिद के मॉडल में कुछ परिवर्तन कर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करने की चर्चा जोरों पर है.
देश की सबसे बड़ी मस्जिद बनाने का दावा
अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद ‘मोहम्मद बिन अब्दुल्ला’ की नींव इमाम-ए-हरम या मक्का के काबा में पवित्र मस्जिद परिसर में नमाज पढ़ाने वाले इमाम द्वारा रखी जाएगी. मुंबई के भाजपा नेता और मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला विकास समिति के अध्यक्ष हाजी अराफात शेख ने कहा कि 'अयोध्या में नई मस्जिद में दुनिया की सबसे बड़ी कुरान भी होगी. यह 21 फीट ऊंची और 36 फीट चौड़ी होगी. बता दें कि पिछले दिनों देश की सभी मस्जिदों के संगठन ऑल इंडिया राबता-ए-मस्जिद (एआईआरएम) ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के धन्नीपुर में प्रस्तावित मस्जिद का नाम पैगंबर के नाम पर ‘मुहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद’ रखने का फैसला किया था.' संस्था का दावा है कि यह मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद होगी और इसमें भारत की सबसे बड़ी कुरान को भी स्थान दिया जाएगा.
महिलाओं को भी नमाज अदा करने के लिए दी जाएगी जगह
हाजी अरफात शेख ने कहा कि 'नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आवंटित जगह पर बनने वाली नई मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद होने का वादा करती है. हाजी अराफात शेख के मुताबिक, इस मस्जिद में पांच हजार पुरुषों और चार हजार महिलाओं समेत नौ हजार श्रद्धालु एक साथ नमाज अदा कर सकेंगे. पूरे मस्जिद परिसर में हमारे संसाधनों के माध्यम से अतिरिक्त भूमि की खरीद के साथ, चिकित्सा, शैक्षिक और सामाजिक सुविधाएं भी होंगी.'