नई दिल्ली :डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन (Lars Lokke Rasmussen) ने सोमवार को कहा कि भारत को न केवल डेनमार्क में बल्कि यूरोप में भी व्यापक रूप से एशिया में प्रमुख भागीदार के रूप में देखा जा रहा है (Denmark FM india visit).
डेनिश एफएम ने सीआईआई इंडिया-यूरोप बिजनेस एंड सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव में अपने भाषण में कहा, 'भारत को न केवल डेनमार्क बल्कि यूरोप में भी व्यापक रूप से एशिया में एक प्रमुख भागीदार के रूप में देखा जा रहा है. विश्व मंच पर भारत का आर्थिक विकास और बढ़ता महत्व उल्लेखनीय है. भारत को जोड़ना भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण लंगर है और क्षेत्र में और विश्व स्तर पर नियम-आधारित व्यवस्था को बढ़ावा देने में एक मजबूत भागीदार है.'
उन्होंने कहा कि भारत और डेनमार्क के बीच संबंध तीव्र गति से और स्पष्ट हरित दिशा के साथ विस्तार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'हमारी हरित रणनीतिक साझेदारी हम सभी के लिए अनुसरण करने के लिए एक उदाहरण है और डेनमार्क की नई सरकार इसके लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.'
उन्होंने कहा कि '2019 में मेरी पिछली यात्रा के बाद से भारत ने जो प्रगति की है, उससे मैं बहुत प्रभावित हूं. देश एक सतत दिशा में बढ़ रहा है और यह सड़कों पर इसके इलेक्ट्रिक वाहनों से स्पष्ट है.'
उन्होंने आगे दोहराया कि भारत-डेनमार्क ने स्थायी हरित परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलाया है. उन्होंने कहा कि डेनिश स्किल और हरित अभिनव समाधान भारत में यहां मांग में हैं और हमें भारत के लाभ के लिए और अधिक स्थायी प्रमाण और हरित नौकरियों के साथ साझेदारी करने पर गर्व है, लेकिन यह दुनिया के लाभ के लिए भी महत्वपूर्ण है. क्योंकि मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत हम सभी के अनुसरण का मार्ग प्रशस्त करेगा.'
डेनिश एफएम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत को न केवल डेनमार्क में बल्कि यूरोप में भी व्यापक रूप से एशिया में एक प्रमुख भागीदार के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत का आर्थिक विकास और विश्व मंच पर बढ़ता महत्व उल्लेखनीय है. भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण आधार है और क्षेत्र में और विश्व स्तर पर नियम-आधारित व्यवस्था को बढ़ावा देने में एक मजबूत भागीदार है.
डेनमार्क के विदेश मंत्री ने भारत को जी20 की अध्यक्षता के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि भारत की प्रभावशाली G20 अध्यक्षता इसके बढ़ते राष्ट्रीय महत्व और वैश्विक विकास की जिम्मेदारी लेने की तत्परता को दर्शाती है. भारत की सफलता विश्व की सफलता होगी. कई भारतीय जी20 प्राथमिकताएं भी भारत और डेनमार्क के बीच हरित रणनीतिक साझेदारी के प्रमुख तत्व हैं.'