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भारत ने अमेरिकी निवेशकों को तेल-गैस क्षेत्र में निवेश के लिए किया आमंत्रित - पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय

ह्यूस्टन में आयोजित निवेशक सम्मेलन में निवेशकों ((Investor Conference held in Houston)) को भारतीय ऊर्जा एवं पेट्रोलियम क्षेत्र में निवेश के लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिये नीतियों के बारे में जानकारी दी. इस सम्मेलन में भारत की ताकत और वैश्विक ऊर्जा परिवेश में उसकी भूमिका के बारे में चर्चा की और भारत को ऊर्जा अवसरों का स्थल बताया.

India invites US investors
भारत ने अमेरिका निवेशकों को दिया न्योता

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Published : Oct 2, 2022, 7:37 PM IST

ह्यूस्टनः अमेरिका के ह्यूस्टन में आयोजित निवेशक सम्मेलन (Investor Conference held in Houston) में भारतीय ऊर्जा एवं पेट्रोलियम क्षेत्र में निवेश के लिए संभावित निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कारोबारी सुगमता, अनुकूल भूविज्ञान, खुली डेटा पहुंच तथा समर्थन देने वाली नीतियों की जानकारी दी गई. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत गठित हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय ने 28-29 सितंबर को इस दो-दिवसीय निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया था. इसे ह्यूस्टन स्थित महावाणिज्य दूतावास के सहयोग से आयोजित किया गया था.

इस दौरान पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय (Ministry of Petroleum and Natural Gas) में सचिव पंकज जैन ने 50 से अधिक कंपनियों के संभावित निवेशकों, तेल एवं गैस कंपनियों, वित्तीय संस्थानों, निजी इक्विटी फर्मों, सेवा प्रदाताओं और अकादमिक क्षेत्र के लोगों को संबोधित किया. उन्होंने भारत की ताकत और वैश्विक ऊर्जा परिवेश में उसकी भूमिका के बारे में चर्चा की और भारत को ऊर्जा अवसरों का स्थल बताया.

जैन ने कारोबारी सुगमता के बारे में बात करते हुए उद्योग के समक्ष आने वाले किसी भी मुद्दे के समाधान के लिए नीतिगत कदम उठाने का आश्वासन दिया. उन्होंने विदेशी एवं निजी निवेश के जरिये घरेलू स्तर पर तेल और गैस उत्पादन को बढ़ाने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, 'भारत दुनिया में चौथा सबसे बड़ा तेल आयातक है और भारत में प्रति व्यक्ति ऊर्जा खपत बढ़ने से मांग बढ़ना लाजिमी है.

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भारत वैश्विक ऊर्जा कंपनियों का नया स्थल बनना चाहता है. दुनियाभर के तेल उत्पादक भारत में पैरा जमाने को उत्सुक हैं क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था में वृद्धि के साथ मांग भी बढ़ने वाली है. जैन ने कहा कि भारत सरकार की नीति पारदर्शी एवं उदार है और उसके कई कदमों की वजह से ही 2021-22 में भारत में 83.57 अरब डॉलर का सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है.


(पीटीआई-भाषा)

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