नई दिल्ली : भारत ने ब्रिटेन की कंपनियों को बीमा क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया है, जबकि ब्रिटेन ने भारतीय कंपनियों के लंदन शेयर बाजार में सीधे सुचीबद्ध होने की पेशकश की. इस साल भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत कर दिया है. इसके अलावा सरकार ने कंपनियों को घरेलू बाजार में सूचीबद्ध हुए बिना विदेशों में सूचीबद्ध होने की अनुमति दी.
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक दोनों देशों के बीच गुरुवार देर शाम आभासी माध्यम से भारत-ब्रिटेन वित्तीय बाजार संवाद की पहली बैठक हुई. वित्तीय क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए अक्टूबर 2020 में इस संवाद की स्थापना हुई थी.
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