थिम्फू (भूटान) : भूटान के गृह और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री उग्येन दोरजी ने कहा कि भारत का जी20 की अध्यक्षता करना भूटान सहित पूरे दक्षिण एशिया के लिए गर्व की बात है. मंत्री ने पुणे में चौथी Y-20 परामर्श बैठक की पूर्व संध्या पर सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन करते हुए यह टिप्पणी की. Y20 सभी G20 सदस्य देशों के युवाओं के लिए विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने का एक मंच है. द भूटान लाइव के अनुसार, भारत और भूटान एक विशेष द्विपक्षीय संबंध साझा करते हैं. भूटान के पास विदेशी सरकारों के अनुदान और ऋण के तहत विदेश मंत्रालय के लिए आवंटित बजट का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है.
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बजटीय योजनाओं के तहत भूटान को 2,400.58 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे. जिनमें से 1,632.24 करोड़ रुपये 'अनुदान' और 768.34 करोड़ 'ऋण' का हिस्सा होंगे. भूटान को स्वास्थ्य, डिजिटलीकरण और अन्य क्षेत्रों में कई विकास परियोजनाओं के लिए भारत से वित्तीय सहायता प्राप्त होगी. 12वीं पंचवर्षीय योजना (FYP) के लिए भूटान की शाही सरकार और भारत सरकार के बीच 5वीं भूटान-भारत लघु विकास परियोजना समिति की बैठक 28 फरवरी को थिम्फू में आयोजित की गई थी.
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समिति ने भूटान में 20 जोंगखाग और 4 थ्रोमडे में लागू की जा रही 524 परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई. जल आपूर्ति, शहरी बुनियादी ढांचे, कृषि सड़कों, सिंचाई चैनलों, पुलों, स्वास्थ्य और शिक्षा के बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में स्थानीय सरकारों के लिए 850 करोड़ रुपये की मंजूरी दी. भारत ने भूटान के युवाओं को राष्ट्र निर्माण में भाग लेने में मदद करने के लिए 100 करोड़ की प्रारंभिक अनुदान सहायता भी दी है. यह अनुदान भूटान में भारतीय राजदूत सुधाकर दलेला द्वारा एक विशेष समारोह में सौंपा गया.
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द भूटान लाइव के अनुसार, भारत जी20 की अध्यक्षता करते हुए उन एजेंडों को आगे बढ़ाता रहेगा जो विकासशील देशों के लिए मायने रखते हैं. अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में सुधार, स्वास्थ्य, शिक्षा, लिंग, जलवायु और पर्यावरण ऐसे मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है. चूंकि भारत की विदेश नीति ने हमेशा अपनी 'पड़ोसी पहले' की रही है इसलिए एशियाई देशों की जी20 की अध्यक्षता का अधिकतम लाभ उठाएगी. भूटान लाइव की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के बढ़ते स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र से भूटान को लाभ हो रहा है.
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(एएनआई)