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पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा- भारत मालदीव के लिए 911 नंबर की तरह, पीएम के खिलाफ बातें 'अदूरदर्शिता'

By ANI

Published : Jan 9, 2024, 7:08 AM IST

Mariya Ahmed Didi On Maldives India Relation : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मालदीव के सांसद की पोस्ट को लेकर विवाद पर मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी ने मालदीव सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि भारत हमारे लिए 911 कॉल (आपातकालीन नबंर) की तरह रहा है. जब भी हमें जरूरत होती है, हम कॉल करते हैं और आप सभी हमारे बचाव के लिए आ जाते हैं. जब आप इस तरह के दोस्तों के बारे में ऐसी अपमानजनक टिप्पणियां देखते हैं, तो यह सभी के लिए शर्मनाक होता है.

Mariya Ahmed Didi On Maldives India Relation
मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी की फाइल फोटो. (तस्वीर : एक्स/@MariyaDidi)

माले : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में मालदीव सरकार के अपने ही नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले में मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी का भी बयान सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां मालदीव सरकार की 'अदूरदर्शिता' को दर्शाती हैं. उन्होंने कहा कि भारत मालदीव का एक विश्वसनीय सहयोगी रहा है.

उन्होंने कहा कि रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में हमें अक्सर भारत की ओर सहायता प्रदान की गई है. हम लंबे समय से दोस्त हैं. इस तरह के बयान हमारे संबंधों को कमजोर करने के प्रयास मालूम होते हैं.

मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी ने कहा कि मालदीव के लिए भारत सिर्फ साझेदार ही नहीं बल्कि आपातकालीन समय में मददगार के रूप में भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि भारत हमारे लिए '911 कॉल' (मुसीबत के समय पर मदद के लिए इसी नंबर पर कॉल किया जाता है) की तरह है. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा हमारा बचाव किया है.

उन्होंने अपमानजनक टिप्पणियों पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह वर्तमान सरकार की अदूरदर्शिता है. हम एक देश हैं जो सभी का मित्र है. उन्होंने कहा कि लेकिन, हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि हमारी सीमाएं भारत के साथ लगती हैं. हम समान सुरक्षा चिंताओं को साझा करते हैं. भारत ने हमेशा हमारी मदद की है.

मारिया अहमद दीदी ने कहा, वे रक्षा क्षेत्र में भी क्षमता निर्माण, हमें उपकरण उपलब्ध कराने और हमें अधिक आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश में हमारी मदद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मालदीव और भारत लोकतंत्र और मानवाधिकारों के सम्मान की तलाश में समान विचारधारा वाले देश है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार की सोच अदूरदर्शिता भरी है. हम वास्तव में भारत के साथ सदियों पुराने रिश्ते को हल्के में नहीं ले सकते.

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