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भारत ने कई देशों को भेंट की कोरोना वैक्सीन की 55 लाख खुराक : विदेश मंत्रालय

विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सहयोग करना भारत का कर्तव्य है. भारत अभी भी कई देशों को वाणिज्यिक स्तर पर कोविड वैक्‍सीन की आपूर्ति कर रहा है.

55 लाख खुराक की भेंट
55 लाख खुराक की भेंट

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Published : Jan 29, 2021, 8:13 AM IST

नई दिल्ली :भारत ने विस्तारित पड़ोस में स्थित देशों सहित कई देशों को कोरोना वायरस की अब तक 55 लाख खुराक भेंट स्वरूप प्रदान की है . इसके अलावा अनेक देशों को वाणिज्यिक स्तर पर टीकों की आपूर्ति की जा रही है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुए कहा, अनेक देशों ने कोरोना वायरस के टीके भारत से लेने में रूचि दिखायी है और कोविड-19 महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सहयोग करना उसका कर्तव्य है.

श्रीवास्तव ने कहा, 20 जनवरी से अब तक भारत ने अपने पड़ोसी देशों, विस्तारित पड़ोस सहित अनेक देशों को कोरोना वायरस के टीके की 55 लाख खुराक भेंट स्वरूप दी है. भारत ने बृहस्पतिवार को मैत्री टीका अभियान के तहत श्रीलंका को कोरोना वायरस के टीके की पांच लाख खुराक और बहरीन को एक लाख खुराक की खेप भेजी. इससे पहले भूटान को कोरोना वायरस के टीके की 1.5 लाख खुराक, मालदीव को एक लाख खुराक, नेपाल को 10 लाख, बांग्लादेश को 20 लाख, सेशल्स को 50 हजार, म्यामां 15 लाख खुराक, मारिशस को एक लाख खुराक भेजे जा चुके हैं.

प्रवक्ता ने कहा, यह आपूर्ति इन देशों से प्राप्त अनुरोध के आधार पर किये गए हैं. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में भारत ने ओमान को कोरोना वायरस के टीके की एक लाख खुराक, कैरिकोम देशों को पांच लाख खुराक और निकारागुआ को दो लाख खुराक देने की योजना बनाई है. इसके अलावा प्रशांत द्वीपीय देशों को टीके की दो लाख खुराक प्रदान की जायेगी.

गौरतलब है कि कैरेबियाई समुदाय (कैरिकोम) 20 द्वीपीय देशों का समूह है जहां करीब 1.6 करोड़ लोग रहते हैं.

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श्रीवास्तव ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के अनुरूप कोविड-19 महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सहयोग करना हमारा कर्तव्य है और हमने पड़ोसी देशों को सबसे पहले आपूर्ति करने के साथ बाहर के देशों को भी टीके की आपूर्ति की है.

उन्होंने कहा, हमने ब्राजील, मोरक्को और बांग्लादेश को टीके का वाणिज्यिक निर्यात किया है और आने वाले दिनों में सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा और मंगोलिया को भी इसकी आपूर्ति किये जाने की संभावना है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, हम अफ्रीका को टीके की एक करोड़ खुराक और संयुक्त राष्ट्र कार्यकर्ताओं के लिये गावी कोवैक्स सुविधा के तहत 10 लाख खुराक की आपूर्ति करने जा रहे हैं.

गौरतलब है कि गावी, टीके का वैश्विक गठबंधन है. इस बीच भारत ने बृहस्पतिवार को श्रीलंका को कोरोना वायरस के टीके की पांच लाख खुराक और बहरीन को एक लाख खुराक की खेप भेजी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ट्वीट के साथ टीके की खेप पहुंचने का चित्र साझा किया.

जयशंकर ने कहा, एक भरोसेमंद सहयोगी, विश्वसनीय मित्र. मेड इन इंडिया टीके अब श्रीलंका पहुंचे. विदेश मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, बहरीन को मेड इन इंडिया टीके प्राप्त हुए. यह हमारे दीर्घकालिक भाइचारे वाले संबंधों का सबूत है. टीके की खेप मिलने पर श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने ट्वीट किया, भारत के लोगों की ओर से प्रदान किये गए कोविड-19 टीके की 5,00,000 खुराक प्राप्त हुईं.

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उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों को जरूरत के समय में श्रीलंका के लोगों के प्रति दिखायी गई सहृदयता के लिये धन्यवाद. उल्लेखनीय है कि भारत पहले ही कोविशील्ड टीके की 20 लाख खुराक बांग्लादेश और 10 लाख खुराक नेपाल को भेज चुका है. वहीं, 1,50,000 खुराक भूटान को जबकि 1,00,000 खुराक मालदीव को भेजी गई है.

भारत दुनिया के बड़े टीका निर्माताओं में से एक है और कोरोना वायरस का टीका खरीदने के लिए काफी देशों ने सम्पर्क किया है. हालांकि, पाकिस्तान को इसका फायदा नहीं मिलेगा, क्योंकि अभी तक इस पड़ोसी देश ने भारत से सम्पर्क नहीं किया है. गौरतलब है कि भारत ने देशभर में अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ कर्मियों को दो टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन लगाने के लिए व्यापक टीकाकरण अभियान शुरू किया है. आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड टीके का सीरम इंस्टीट्यूट उत्पादन कर रहा है, जबकि कोवैक्सीन का उत्पादन भारत बायोटेक कर रहा है.

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