नई दिल्ली: भारत ने फिलिस्तीन में नागरिकों पर हिंसा और हमलों को पूरी तरह से बंद करने के अपने आह्वान को दोहराते हुए इजरायल और वेस्ट बैंक में हाल के आतंक के कृत्यों और हिंसा की घटनाओं के बारे में चिंता जताई. फिलिस्तीन को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की गुरुवार को हुई बैठक में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिका कंबोज (Ruchira Kamboj) ने कहा कि भारत लोगों के मारे जाने में विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को लेकर चिंतित है और हिंसा और नागरिकों पर हमलों को पूरी तरह से बंद करने के अपने आह्वान को दोहराता है.उन्होंने कहा कि इसी तरह हाल ही में इजरायल और वेस्ट बैंक में आतंक और हिंसा की घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त की.
कंबोज ने कहा कि हम उत्तेजक कार्रवाई और बयानबाजी की वजह से यरुशलम के पवित्र स्थलों के आसपास के तनाव से भी हम अवगत हैं. उन्होंने कहा कि यरुशलम के पवित्र स्थानों पर ऐतिहासिक और कानूनी स्थिति का सम्मान करने और उसे बनाए रखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि विशेष समन्वयक ने जिन विभिन्न कार्यों की पहचान की है, वे भी जारी हैं. इन्हें रोकने की जरूरत है. भारतीय दूत ने आगे कहा कि फिलिस्तीनियों को गंभीर आर्थिक और मानवीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इस वजह से फिलिस्तीनी आबादी को मानवीय सहायता के निर्बाध वितरण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
उन्होंने द्विपक्षीय विकास साझेदारी के माध्यम से फिलिस्तीनी लोगों को भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, उद्यमिता और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे व्यापक क्षेत्र शामिल हैं. बता दें कि फिलिस्तीनी छात्रों और फिलिस्तीन प्राधिकरण के अधिकारियों को हर साल प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है. वहीं संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के तहत फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए छात्रवृत्ति भी दी जाती है.