भारत ने अमेरिका से सैन फ्रांसिस्को वाणिज्य दूतावास पर हमला मामले में सबूतों की मांग की
सैन फ्रांसिस्को वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के मामले में भारत ने सोमवार को अमेरिका के अधिकारियों से संपर्क किया. भारत ने पारस्परिक कानूनी सहायता संधि के तहत मामले में सबूतों की मांग की है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जांच के आधार पर अनुरोध भेजा है. National Investigation Agency, San Francisco Consulate Attack
नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को अमेरिका में अधिकारियों से पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) के तहत सैन फ्रांसिस्को वाणिज्य दूतावास पर हमले के मामले में सबूत उपलब्ध कराने को कहा. सरकारी सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अब तक की जांच के आधार पर अमेरिकी अधिकारियों को अनुरोध भेजा गया है.
सूत्रों ने बताया कि क्राउड-सोर्सिंग के जरिए सैन फ्रांसिस्को वाणिज्य दूतावास हमले के मामले में कुल 45 लोगों की पहचान की गई थी. सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला 18 और 19 मार्च 2023 की मध्यरात्रि को हुआ था, जब कुछ खालिस्तान समर्थक संस्थाओं ने वाणिज्य दूतावास में प्रवेश किया और वाणिज्य दूतावास को जलाने की कोशिश की.
उसी दिन, नारे लगाते खालिस्तानी समर्थकों ने शहर पुलिस द्वारा लगाए गए अस्थायी सुरक्षा अवरोधों को तोड़ दिया था और वाणिज्य दूतावास परिसर में दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे लगा दिए थे. वाणिज्य दूतावास की इमारत को क्षतिग्रस्त कर दिया था, हमला किया था और वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को घायल कर दिया था.
इसके अलावा 1 और 2 जुलाई की मध्यरात्रि में, कुछ आरोपी व्यक्तियों ने वाणिज्य दूतावास में प्रवेश किया और वाणिज्य दूतावास में आग लगाने का प्रयास किया, जबकि वाणिज्य दूतावास के अधिकारी इमारत के अंदर थे. एनआईए ने 16 जून 2023 को आईपीसी की धारा 109,120-बी, 147, 148,149, 323,436,448 और 452, यूए (पी) अधिनियम की धारा 13 और धारा 3 (1) सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू की थी.
उक्त मामले की जांच के लिए एनआईए की एक टीम ने अगस्त माह में सैन फ्रांसिस्को का दौरा किया था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इससे पहले मार्च 2023 में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले और तोड़फोड़ के मामले में वांछित आरोपियों की कई तस्वीरें जारी की थीं और आम जनता से भी उनके बारे में जानकारी मांगी थी.