नई दिल्ली :पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी की टिप्पणी पर भारत ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. विदेश मंत्रालय ने बिलावल की टिप्पणी को असभ्य करार दिया (India calls Pak Foreign Ministers remarks uncivilised).
टिप्पणी पाकिस्तान के लिए भी नया निम्न स्तर :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमला करने को लेकर भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी पर निशाना साधा. भारत ने कहा कि यह उस देश (पाकिस्तान) के लिए भी एक 'नया निम्न स्तर' है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो की न्यूयॉर्क में की गई टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अच्छा होता कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री अपनी 'कुंठा' अपने देश में आतंकवादी संगठनों के मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं पर निकालते, जिन्होंने आतंकवाद को 'देश की नीति' का एक हिस्सा बना दिया है.
बागची ने कहा, 'पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो ओसामा बिन लादेन का एक शहीद के रूप में महिमामंडन करता है और लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर, साजिद मीर और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकवादियों को पनाह देता है. कोई अन्य देश संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित 126 आतंकवादी, संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित 27 आतंकवादी समूह होने को लेकर शेखी नहीं बघार सकता.'
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये टिप्पणी पाकिस्तान के लिए भी निम्न स्तर हैं. पाक के विदेश मंत्री स्पष्ट रूप से 1971 में इस दिन को भूल गए हैं, जो जातीय बंगालियों और हिंदुओं के खिलाफ पाकिस्तानी शासकों द्वारा किए गए नरसंहार का प्रत्यक्ष परिणाम था. दरअसल आज ही के दिन बांग्लादेश बना था.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि 'हम चाहते हैं कि पाक विदेश मंत्री ने यूएनएससी में मुंबई की एक नर्स अंजलि कुलथे की गवाही को अधिक गंभीरता से सुना होता, जिसने पाक आतंकवादी अजमल कसाब की गोलियों से 20 गर्भवती महिलाओं की जान बचाई थी.
अनुराग ठाकुर बोले- आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है पाक : पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के बयान पर भाजपा नेताओं ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई किसी ने की है तो मोदी सरकार में हुई है. इस तरह के बयान किसी भी विदेश मंत्री को शोभा नहीं देते.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि '1971 में आज ही के दिन जिस तरह भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को धूल चटाई थी शायद उसका दर्द उनको अभी तक है. उसके बाद भी पाकिस्तान आतंकवादियों को पैदा करने, बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करता रहा.'
मीनाक्षी लेखी बोलीं, बिलावल का बयान मानसिक दिवालियापन :केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 'पाकिस्तान जिन लोगों को शह देता आया है उसके बारे में बात करने का समय आ गया है. पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसको दुनिया में कोई मान्यता नहीं मिलती. जिस प्रकार से इनके देश को नजरअंदाज किया जाता है उसी प्रकार से इनके बयान को भी नजरअंदाज करना चाहिए.'
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 'बिलावल भुट्टो ने जिस प्रकार का बेबुनियाद बयान दिया है वो पाकिस्तान और उनके मानसिक दिवालियेपन को दर्शाता है. ये असफलता की ओर बढ़ते हुए पाकिस्तान और वहां के एक असफल नेता का बयान है.'
ये है मामला :गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पाकिस्तानी रिपोर्टर द्वारा पूछे गए सवालों पर बिलावल भुट्टो ने पीएम मोदी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी.
बिलावल भुट्टो ने आरएसएस पर भी हमला करते हुए कहा कि यह महात्मा गांधी की विचारधारा में विश्वास नहीं करते, जिनकी प्रतिमा संयुक्त राष्ट्र परिसर में स्थापित की गई है. यह उनके हत्यारे का सम्मान करते हैं. भुट्टो ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका को खारिज किया और कहा, ओसामा बिन लादेन मर चुका है, यह समय आगे बढ़ने का है.
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(भाषा इनपुट के साथ)