नई दिल्ली: म्यांमार सेना द्वारा उसके चिन राज्य में किए गए हवाई हमले के बाद कई म्यांमार नागरिकों के भारत के मिजोरम में प्रवेश करने पर भारत ने गुरुवार को गहरी चिंता व्यक्त की और हिंसा बंद करने का आह्वान किया. साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि म्यांमार के चिन राज्य में मिजोरम में भारत-म्यांमार सीमा पर ज़ोखावथर क्षेत्र के सामने रिखावदार क्षेत्र के बीच लड़ाई के परिणामस्वरूप, म्यांमार का आंदोलन हुआ है.उन्होंने कहा कि हम अपनी सीमा के करीब ऐसी घटनाओं से बेहद चिंतित हैं. हम हिंसा की समाप्ति और रचनात्मक बातचीत के माध्यम से स्थिति का समाधान चाहते हैं.
बागची ने कहा कि हम म्यांमार में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वापसी के लिए अपना आह्वान दोहराते हैं. 2021 में म्यांमार में संघर्ष शुरू होने के बाद से, बड़ी संख्या में म्यांमार के नागरिक भारत में शरण ले रहे हैं. संबंधित पड़ोसी राज्यों में स्थानीय अधिकारी इसे संभाल रहे हैं. मानवीय आधार पर स्थिति उचित है. उन्होंने कहा कि हम उन लोगों की वापसी की भी सुविधा दे रहे हैं जो अपने देश वापस जाना चाहते हैं.
खबरों के मुताबिक, रविवार शाम को म्यांमार की जुंटा समर्थित सेना और मिलिशिया समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स के बीच भीषण गोलीबारी हुई. पीडीएफ द्वारा भारतीय सीमा के पास चिन राज्य में खावमावी और रिखावदार में दो सैन्य ठिकानों पर हमले के बाद लड़ाई शुरू हुई और लड़ाई सोमवार तक जारी रही.
पीटीआई के अनुसार इससे पहले बुधवार (15 नवंबर) को एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति अब शांत है क्योंकि म्यांमार सेना और पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) के बीच अब कोई झड़प नहीं हुई है. उन्होंने कहा था कि फिलहाल स्थिति अब शांत है और हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन दिनों में भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति सामान्य हो जाएगी. आगे क्या होगा इसकी भविष्यवाणी करना मुश्किल है.