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इंडो-पैसिफिक सुरक्षा चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बातचीत करेंगे भारत व मलेशिया

भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और मलेशिया के विदेश मंत्री जाम्ब्री अब्दुल कादिर आगामी 7 नवंबर को मिलने वाले हैं. दोनों देशों के प्रतिनिधियों की यह मुलाकात छठी भारत-मलेशिया संयुक्त आयोग बैठक के तहत होगी. इस बैठक के दौरान दोनों विदेश मंत्री भारत-प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा के मुद्दे पर बात करेंगे. Foreign Minister Dr S Jaishankar, Malaysian Foreign Minister Zambri Abdul Kadir.

Foreign Minister of India and Malaysia
भारत व मलेशिया के विदेश मंत्री

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 6, 2023, 10:32 PM IST

नई दिल्ली: क्षेत्रीय चुनौतियों के बीच, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और मलेशिया के विदेश मंत्री जाम्ब्री अब्दुल कादिर के बीच चर्चा मुख्य रूप से भारत-प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र में चीन द्वारा उत्पन्न सुरक्षा चुनौतियों पर केंद्रित होगी. 7 नवंबर, मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली में होने वाली छठी भारत-मलेशिया संयुक्त आयोग बैठक (जेसीएम) दोनों के बीच यह द्विपक्षीय वार्ता होगी.

चर्चा विशेष रूप से भारत-मलेशिया की रणनीतिक और रक्षा साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों के इर्द-गिर्द घूमेगी. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव की पृष्ठभूमि में इस वार्ता का समय महत्वपूर्ण है. यह ध्यान रखना उचित है कि मलेशिया हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के भारत के निरंतर प्रयासों में एक प्रमुख भूमिका निभाता है, क्योंकि मलय जलडमरूमध्य इस महत्वपूर्ण जलमार्ग को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है.

भारत-मलेशिया संबंध पिछले कुछ वर्षों में बढ़ रहे हैं और दोनों पक्षों ने हाल के वर्षों में विभिन्न पहलुओं में महत्वपूर्ण जुड़ाव देखा है. जब एक्ट ईस्ट पॉलिसी की बात आती है, तो भारत मलेशिया को अपना महत्वपूर्ण भागीदार मानता है. इसके अलावा, भारत-मलेशिया संयुक्त आयोग की बैठक रूस-यूक्रेन युद्ध और चल रहे इज़राइल-हमास संघर्ष सहित वैश्विक संघर्षों के बीच हो रही है.

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, संयुक्त आयोग की बैठक में राजनीति, रक्षा, सुरक्षा, अर्थशास्त्र, व्यापार और निवेश, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति, पर्यटन और लोगों से लोगों के संबंधों के क्षेत्रों में मलेशिया के साथ बढ़ी हुई रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की जाएगी और आपसी हित के क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे. अपनी यात्रा के दौरान जाम्ब्री अब्दुल कादिर का उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है.

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यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा करने और उन्हें और अधिक गहरा और मजबूत करने के तरीके तलाशने का अवसर प्रदान करेगी. भारत और मलेशिया के बीच संबंध परंपरागत रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण रहे हैं. नियमित शिखर-स्तरीय आदान-प्रदान और बैठकें होती रही हैं. भारत ने 1957 में फेडरेशन ऑफ मलाया, जो मलेशिया का पूर्ववर्ती राज्य था, के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए.

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