नई दिल्ली :पूरे भारत में Covid-19 वैरिएंट का पता लगाने के लिए प्रति माह 80,000 से अधिक जीनोम सीक्वेंसिंग करने के उद्देश्य से, जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology - DBT) ने इस मिशन में अधिक से अधिक निजी क्षेत्र के लोगों को शामिल करने का निर्णय लिया है. सीक्वेंसिंग प्रयासों को बढ़ाने के लिए विभाग पहले से ही कुछ प्रमुख निजी प्लेयर्स के साथ बैठक कर रहा है.
विभाग ने कहा, सीक्वेंसिंग के प्रयासों को बढ़ाने और एक महीने में लगभग 80,000 नमूनों को अनुक्रमित करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि भारतीय नमूनों में 'Variants of Interest' (VoI) और 'Variants of concern' (VoC) की पहचान की जा सके. जिससे नीति निर्माताओं को कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए सलाह दी जा सकेगी.