नई दिल्ली : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि 'बदलते एवं अनिश्चित' विश्व में भारत और अफ्रीका को उत्तरदायी होना चाहिए. कोविड-19 महामारी एवं यूक्रेन संघर्ष के प्रभावों से महत्वपूर्ण सबक सीखे जा सकते हैं. वह यहां पूर्व राजनयिक राजीव भटिया की पुस्तक 'भारत अफ्रीका संबंध : बदलते क्षितिज' के विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान जयशंकर ने कहा कि अफ्रीकी महादेश के साथ भारत के संबंधों के मूल में विकास आधारित गठजोड़ और क्षमता निर्माण हैं और यह समानता के आधार पर विकास करने की नई दिल्ली की इच्छा को साझा करता है. भारतीय और अफ्रीकी समाज में कट्टरपंथ और आतंकवाद के खतरों के विस्तार को लेकर काफी सजग है और दोनों पक्ष इन चुनौतियों से निपटने के लिये सहयोग कर रहे हैं.
विदेश मंत्री ने कहा कि आज, हमारे संबंध इस बदलते एवं अनिश्चित विश्व को लेकर उत्तरदायी होने चाहिए जिसका हम सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि महामारी की बाधा से महत्वपूर्ण सबक सीखे जाने हैं. यूक्रेन संघर्ष के प्रभावों से उत्पन्न तनाव से जुड़ा विषय भी प्रासंगिक है. अफ्रीकी महादेश के साथ विकास आधारित गठजोड़ को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि आधारभूत ढांचा को लेकर हमने जो काम किया है, उसको लेकर हमें गर्व है.