नई दिल्ली : पश्चिमी और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के बीच मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर अगले दो दिनों में अत्यधिक भारी बारिश आने की संभावना है.
उसने बताया कि गुजरात में 23 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है लेकिन इसकी तीव्रता 24 जुलाई से बढ़ेगी.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, पश्चिम तट पर अगले दो-तीन दिनों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ ही कुछ स्थानों पर व्यापक बारिश होने की संभावना है. हालांकि इसके बाद बारिश में कमी आएगी.
आईएमडी ने बताया कि गुजरात में 23 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है लेकिन इसकी तीव्रता 24 जुलाई से बढ़ेगी. उसने कहा, 24-26 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना है. गुजरात क्षेत्र में 25 जुलाई को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का भी अनुमान है.
आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी मध्य प्रदेश में 23 और 24 जुलाई को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान है तथा पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में 23 जुलाई को अत्यधिक बारिश हो सकती है.
महाराष्ट्र में भारी बारिश
कर्नाटक के बेलगाम जिले में शुक्रवार को मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क का एक हिस्सा जलमग्न हो जाने से यातायात बाधित हो गया. इसके कारण महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पुलिस एहतियात के तौर पर कर्नाटक जाने वाले वाहनों को रोक रही है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों के मुताबिक कोल्हापुर जिले के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण पंचगंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
कोल्हापुर जिले के पुलिस अधीक्षक शैलेश बलकावड़े ने मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर यातायात की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा, 'कागल (कोल्हापुर में) से आगे, कर्नाटक के बेलगाम जिले के एक गांव के पास सड़क का एक हिस्सा शुक्रवार को बारिश के कारण जलमग्न हो गया है. इसलिए हमने कोल्हापुर की ओर से कर्नाटक जाने वाले वाहनों को रोक दिया है.'
कोल्हापुर जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने कहा कि पंचगंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. अधिकारी ने कहा, 'शुक्रवार को सुबह नौ बजे तक राजाराम वियर में नदी का जलस्तर 48.1 फुट तक पहुंच गया था जोकि 43 फुट के खतरे के निशान से काफी ऊपर है.'
कोल्हापुर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण कम से कम 47 गांवों का प्रमुख सड़कों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया और 965 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
तेलंगाना में भारी बारिश से कई निचले इलाके जलमग्न
तेलंगाना में पिछले दो दिन से हो रही बारिश के चलते शुक्रवार को कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और सड़क संपर्क प्रभावित रहा.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्मल तथा अन्य जिलों में राहत अभियान शुरू किया गया है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने निजामाबाद जिले के एक आश्रम में फंसे सात लोगों के समूह को बचाया.
उन्होंने बताया कि राज्य के सड़क एवं भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने अभियान की निगरानी की. आश्रम में फंसे लोगों को शुक्रवार तड़के बचाया गया. राज्य की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ ने शुक्रवार को महबूबाबाद के जिला अधिकारियों के साथ बैठक की और जलाशय व अन्य जलस्रोत अपने बंध न तोड़ें इसके लिये इंतजाम करने के निर्देश दिये.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुमुराम भीम आसिफाबाद जिले के वनकिडी में 39 सेंटीमीटर बारिश हुई, इसके बाद आसिफाबाद में (30 सेंटीमीटर) ,निर्मल जिले के सारंगपुर में (21 सेंटीमीटर) बारिश हुई. उन्होंने बताया कि जगतियाल, निर्मल, निजामाबाद और वारंगल ग्रामीण में कई इलाकों में बहुत अधिक बारिश हुई.