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Rajasthan : माली नहीं 'रोबोट' करेगा पौधों की देखभाल, राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की तीन छात्राओं ने बनाया 'रोबोट बागवान'...जानें क्या है खास - Bharatpur Government Women Polytechnic College

राजस्थान के भरतपुर में गार्डनिंग के लिए राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज (Robot bagwaan in Bharatpur) की तीन छात्राओं की ओर से 'रोबोट बगवान' तैयार किया गया है. ये एक ऐसा रोबोट मॉडल है जो मिट्टी की नमी के अनुसार पौधों को पानी देगा और उसकी देखभाल कर नष्ट होने से बचाएगा.

Robot for Gardening
माली नहीं 'रोबोट' करेगा पौधों की देखभाल...

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Published : Jul 18, 2022, 9:05 PM IST

भरतपुर. घर-दफ्तर या अन्य जगहों पर पेड़-पौधे का ध्यान रखने और गार्डनिंग के लिए भरतपुर में 'रोबोट बगवान' तैयार (Robot for Gardening) किया गया है. भरतपुर के राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की (Bharatpur Government Women Polytechnic College) तीन छात्राओं ने एक ऐसा रोबोट मॉडल तैयार किया है, जो मिट्टी की नमी को भांप कर उसमें जरूरत के अनुसार पानी देगा. यानी अब पौधों की देखभाल माली नहीं, रोबोट करेगा. इससे जहां पेड़-पौधों को सही मात्रा में पानी मिल सकेगा, जिससे वे नष्ट नहीं होंगे. साथ ही पानी की बर्बादी भी कम होगी.

क्या है 'रोबोट बागवान' : राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की इलेक्ट्रिकल ब्रांच की थर्ड ईयर की छात्रा भावना सैनी, जीनू और रितु ने प्रवक्ता उपेंद्र चौधरी के निर्देशन में रोबोट बागवान तैयार किया है. प्रवक्ता उपेंद्र चौधरी ने बताया कि इसके पीछे उद्देश्य है कि पेड़-पौधों में जरूरत के अनुसार पानी देना. क्योंकि ये हमें पता नहीं होता है कि पेड़-पौधों को कितने पानी की आवश्यकता होती है. इसके चलते कई बार पेड़-पौधों को या तो जरूरत से कम पानी मिलता है या फिर अधिक मात्रा में दे दिया जाता है. लेकिन रोबोट बागवान मिट्टी की नमी को समझ कर उसमें सही मात्रा में पानी देगा.

भरतपुर में तैयार किया रोबोट बागवान

24 दिन में 1500 रुपये में तैयार:उपेंद्र चौधरी ने बताया कि तीनों छात्राओं ने करीब 24 दिन की मेहनत के बाद रोबोट बागवान को तैयार किया है. इसको तैयार करने में सिर्फ 1500 रुपये खर्च हुए. हालांकि अभी रोबोट को अपडेट करने का काम किया जा रहा है. इसके लिए एक अच्छी गुणवत्ता की चिप की आवश्यकता है, जो कि अभी बाजार में उपलब्ध नहीं हो पा रही है. ऐसे में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध चिप का इस्तेमाल किया जा रहा है.

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ऐसे काम करेगा रोबोट बागवान:चौधरी ने बताया कि रोबोट में मॉइस्चर सेंसर के साथ ही माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड, वाटर पंप, ब्लूटूथ मॉड्यूल आदि का इस्तेमाल किया गया है. सबसे पहले मास्टर सेंसर मिट्टी की नमी को सेंस करेगा और सिग्नल माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड को भेजेगा. माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड पंप को सिग्नल देगा और इसके साथ ही पंप ऑन हो जाएगा. पंप मॉइस्चर सेंसर की भेजी गई सूचना के अनुसार उसी मात्रा में पौधों में पानी देगा. जब पेड़-पौधों में जरूरत के अनुसार पानी दे दिया जाएगा तो वाटर पंप वापस माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड को सिग्नल देगा, जो सर्किट ब्रेक कर देगा. इससे वाटर पंप ऑटोमेटिक बंद हो जाएगा. रोबोट को मोबाइल से भी कमांड दी जा सकेगी और कंट्रोल किया जा सकेगा.

छात्रा भावना सैनी, जीनू और रितु ने बताया कि भरपूर दोहन और कम बरसात की वजह से भूजल स्तर लगातार गिर रहा है. ऐसे में पानी की बचत करना बेहद जरुरी है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए और पानी की बचत करने के उद्देश्य से रोबोट बागवान को तैयार किया गया है.

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