चेन्नई :तमिलनाडु के मदुरै जिले में भारी बारिश के कारण आज स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. इलाके के जिला कलेक्टर ने इस बात की जानकारी दी है.
बता दें कि, भारी बारिश के कारण कई जलाशयों में पानी भर गया तथा कई सड़कें उफनती नदियों की तरह दिखने लगीं. राज्य के कुछ हिस्सों में निचले इलाकों में रह रहे लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया है. विभिन्न जलाशयों के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण अतिरिक्त पानी छोड़ने की नौबत आ गयी है.
चेन्नई में ज्यादातर सड़कों और गलियों में पानी जमा है. निचले इलाकों में दो फुट तक पानी भर गया. इससे यातायात भी प्रभावित हुआ. सुरक्षा को देखते हुए कई मोहल्लों में बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है.
बाढ़ से प्रभावित एक थाने को अस्थायी इमारत में तब्दील करना पड़ा. शहर में कम से कम 75 पेड़ उखड़ गए जिन्हें नगर निगम के कर्मी साफ कर रहे हैं. दिन भर मॉनसून की बारिश रुक-रुक कर होती रही.
दक्षिण रेलवे ने कहा कि बारिश और जल-जमाव के कारण नौ नवंबर को चेन्नई उपनगरीय क्षेत्र में न्यूनतम सेवाएं उपलब्ध होंगी.
इस बीच, सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा कि जल-जमाव वाले 290 क्षेत्रों में से 59 इलाकों में भारी उपकरणों का उपयोग कर बाढ़ के पानी को निकाला गया और शेष 231 इलाकों में पानी निकालने के लिए तेजी से कार्रवाई की जा रही है.
सोमवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले 24 घंटों में चेन्नई, थेनी और मदुरै जिलों में बारिश से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई. इस दौरान 16 मवेशियों की भी मौत हो गई.
चेन्नई में अब तक 1,107 लोगों को 48 राहत शिविरों में रखा गया है और कुल 3,58,500 भोजन के पैकेट वितरित किए गए हैं. कई अन्य जिलों में भी लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है और उन्हें भोजन और अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.
मौसम विभाग ने नीलगिरी, कोयंबटूर, डिंडीगुल, थेनी, तेनकासी और तिरुनेलवेली जिलों के लिए मंगलवार को 'अलर्ट' रहने को कहा है. एक बुलेटिन में विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है. इसके 11 नवंबर की सुबह तक उत्तरी तमिलनाडु तट के पास पहुंचने और राज्य के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा होने का अनुमान है. मछुआरों को नौ से 12 नवंबर के बीच मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है.
पीटीआई-भाषा