राजकोट : नौकरी में वेतन मिलने में देरी हो या अन्य कोई दिक्कत हो तो, कर्मचारी थाने या लेबर कोर्ट का रूख करेगा. लेकिन अब अगर कर्मचारी को नौकरी में दिक्कत हो और वह श्राप देने लगे, तो इसे क्या कहेंगे? गुजरात से कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. एक सेवानिवृत्त कर्मचारी ने खुद को कल्कि अवतार बताते हुए अपनी ग्रेच्युटी और बकाया वेतन मांगा है. उसने चेतावनी दी है कि यदि उसे बकाया वेतन और ग्रेच्युटी नहीं दी गई, तो वह देश में सूखा ला देगा.
खुद को भगवान विष्णु (Lord Vishnu) का कल्कि अवतार (Kalki Avatar) बताने वाले यह शख्स रमेश चंद्र फेफर (Ramesh Chandra Pfeffer) हैं जो अब राजकोट में रहते हैं. रमेश गुजरात में जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) के अधीक्षण अभियंता (Superintendent Engineer) थे, लेकिन उनकी मानसिक स्थिति को देखते हुए सरकार ने उन्हें समय से पहले ही सेवानिवृत्ति दे दी.
उन्होंने नर्मदा जल संसाधन जलापूर्ति एवं कल्पसर विभाग (Narmada Water Resources Department of Water Supply and Kalpsar) के सचिव को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने मांग की है कि उनका शेष 16 लाख वेतन और 16 लाख रुपये ग्रेच्युटी उन्हें दी जाए. साथ ही कहा है कि उन्होंने एक साल कोरोना काल में घर से ऑफिस का काम (Work From Home) किया है. सरकार ने जहां कोरोना काल में घर से काम करने वालों को वेतन दिया है, वहीं उन्हें भी वेतन दिया जाए.
पढ़ें :सीबीआई ने रिश्वत मामले में गुजरात में दो ईडी अधिकारियों को गिरफ्तार किया