पटना :पटना आईआईटी के छात्र (IIT Patna Student) वरुण कुमार शाही ने फुल बॉडी डिसइंफेक्टेंट मशीन (Full Body Disinfectant Machine) तैयार की है. यह मशीन पटना आईआईटी के इनक्यूबेशन सेंटर के द्वारा विकसित की गई है. पटना एम्स के चिकित्सकों का मशीन बनाने में दिशानिर्देश रहा है. यह मशीन हर तरह के वायरस और बैक्टीरिया को न्यूट्रलाइज करती है और उसे नष्ट कर देती है.
इस मशीन में इंसान के शरीर को डिसइंफेक्ट करने के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रमाणित केमिकल के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे में कोरोना के संभावित तीसरे लहर को लेकर यह मशीन काफी उपयोगी मानी जा रही है.
आईआईटी पटना के इंक्यूबेशन सेंटर के मैनेजर जोसेफ पॉल ने बताया कि मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत जो भी युवा नए स्टार्टअप आईडियाज के साथ उनके पास आते हैं, वह उन्हें टेक्निकल सपोर्ट देते हैं. उद्देश्य यह रहता है कि समाज की बेहतरी हो. ऐसे ही एक आइडिया के साथ किंग शाही इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड के तहत कंपनी के को-फाउंडर वरुण कुमार शाही ने पटना आईआईटी में एक फुल बॉडी डिसइंफेक्टर मशीन तैयार किया है. पटना एम्स के चिकित्सकों का भी इसमें परामर्श रहा है, ताकि यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए हितकारी हो.
पटना एम्स के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि यह मशीन इंसान के शरीर को 2 से 3 सेकेंड में फुल डिसइनफेक्ट कर देगी. इस मशीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि जो डिसइंफेक्टेंट का छिड़काव करने के लिए लिक्विड पोर्स होते हैं, वह काफी छोटी हैं और इससे शरीर पर चोट नहीं लगती है. वाष्प जैसी यह शरीर पर पड़ती है. इसके साथ ही यह मशीन शरीर के गर्दन के नीचे के हिस्से को डिसइनफेक्ट करती है. डिसइंफेक्टेंट आंखों पर और चेहरे पर ना जाएं, इसके लिए सबसे ऊपर में ब्लोअर लगा हुआ रहता है.
"यह डोर फ्रेम डिसइंफेक्टेंट मशीन है जो दिखने में दूसरी अन्य डिसइंफेक्टेंट टनल जैसी ही है, मगर इसकी विशेषताएं अलग हैं. इसका मिस्ट का साइज काफी छोटा है, जिस वजह से डिसइंफेक्टेंट काफी प्रभावी तरीके से काम करता है. डिसइंफेक्टेंट टनल में जो भी मिस्ट क्रिएट हो रहा है, वह गर्दन के नीचे ही है. अगर गलती से कोई मिस्ट गर्दन के ऊपर आ भी जाता है तो उसके लिए ऊपर में ब्लोअर लगा हुआ है, जोब्लोअर मिस्ट को चेहरे पर जाने से रोकता है."-डॉ. योगेश कुमार, डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट, पटना एम्स
डॉ. योगेश कुमार बताते हैं कि इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि सामान्य डिसइंफेक्टेंटटनल में बॉडी डिसइंफेक्टेशन के बाद जमीन पर काफी पानी जमा होने लगता है और यह कॉन्टैमिनेटेड पानी होता है. इससे संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ जाता है. लेकिन इस डिसइनफेक्टेड टनल में एक सक्शन मशीन लगाया गया है. सक्शन मशीन को एक चेंबर से जोड़ा गया है. यह सक्शन मशीन कॉन्टैमिनेटेड पानी को चेंबर में लाती है और यहां पर पानी को डिसइनफेक्ट किया जाता है. फिर इसे पाइप लाइन के माध्यम से नाली में बहा दिया जाता है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अस्पतालों और बड़े पब्लिक प्लेसेस पर यह मशीन काफी उपयोगी साबित हो सकती है. मशीन का सेंसर सिस्टम काफी डेवलप्ड है.