नई दिल्ली : शिक्षा मंत्रालय की वार्षिक भारतीय संस्थागत रैंकिंग ढांचा (एनआईआरएफ)-2021 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास (IIT Madras) ने लगातार तीसरे वर्ष पूरे भारत में पहला स्थान बरकरार रखा जबकि सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान संस्थाओं की श्रेणी में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बेंगलुरु को प्रथम स्थान मिला.
शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने एनआईआरएफ का छठा संस्करण जारी किया. इसमें इंजीनियरिंग के शीर्ष दस संस्थाओं की सूची में आठ आईआईटी, दो एनआईटी संस्थानों ने जगह बनायी. कॉलेजों की श्रेणी में रैंकिंग में मिरांडा हाउस सर्वश्रेष्ठ कॉलेज, लेडी श्रीराम कालेज फॉर वीमन को दूसरा स्थान मिला. वहीं, विश्वविद्यालयों की श्रेणी में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बेंगलुरु को पहला, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली को दूसरा, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय को तीसरा स्थान मिला.
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा, 'रैंकिंग किसी संस्थान की गुणवत्ता एवं उत्कृष्ठता का पैमाना होती है. हमें क्षेत्रीय स्तर पर भी रैंकिंग का ढांचा तैयार करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा रैंकिंग का ढांचा न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर मानक के रूप में उभरे.'
उन्होंने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमें हमारी शिक्षा प्रणाली को वैश्विक बनाने का अवसर प्रदान करती है. हमें अपने रैंकिंग ढांचे में और अधिक संस्थाओं को शामिल करने का प्रयास करना चाहिए. प्रधान ने यह भी बताया कि इस वर्ष रैंकिंग ढांचे में 6000 संस्थाओं ने हिस्सा लिया था. उच्च शिक्षण संस्थानों की भारतीय रैंकिंग 2021 में सम्पूर्ण संस्थाओं की श्रेणी में सात आईआईटी ने स्थान बनाया. इस रैकिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास को प्रथम स्थान मिला है. इस श्रेणी में रैकिंग में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु को दूसरा, आईआईटी बंबई को तीसरा, आईआईटी दिल्ली को चौथा, आईआईटी खड़गपुर को पांचवां स्थान मिला.
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