चेन्नई : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT Madras) और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय 16 नवम्बर से 20 दिसम्बर तक आयोजित 'काशी तमिल संगमम' में ज्ञान साझेदार बनेंगे. 'काशी तमिल संगमम' (Kashi Tamil Sangamam), केंद्र सरकार द्वारा शुरु की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य काशी, जिसे वाराणसी भी कहा जाता है और तमिलनाडु के बीच गहरे शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों को प्रकाश में लाना है.
आईआईटी मद्रास, बीएचयू के बीच 'काशी तमिल संगमम' के लिए साझेदारी
16 नवंबर से 20 दिसंबर 2022 तक महीने भर चलने वाले इस कार्यक्रम में तमिलनाडु के 12 विभिन्न समूहों के लगभग 3000 विशेष मेहमानों को काशी आने के लिए आमंत्रित किया जाएगा.
इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, तमिलनाडु के 12 अलग-अलग समूहों से लोगों को काशी में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित करने की योजना है, जिसमें कला, साहित्य, आध्यात्मिकता और शिक्षा शामिल हैं. प्रत्येक समूह प्रारंभ से वापसी तक कुल मिलाकर आठ दिन व्यतीत करेगा. इस दौरे के एक हिस्से के रूप में, वे शैक्षणिक सत्र में भाग लेंगे, काशी और उसके आसपास के स्थानों और गंगा क्रूज सहित अयोध्या का दौरा भी करेंगे.
सभी अतिथि काशी और अयोध्या में मुफ्त यात्रा और मुफ्त आवास के हकदार होंगे. इच्छुक लोगों को जल्द से जल्द https://kashitamil.iitm.ac.in/ वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. अधिक विवरण वेबसाइट पर उपलब्ध हैं.