कानपुर: इन दिनों देश के साथ दुनियाभर में एक बार फिर से चीन से निकले कोरोना के नए वायरस BF.7 ने लोगों का चैन छीन लिया है. इस वायरस ने चीन सहित कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. लाखों की संख्या में लोग इस वायरस का शिकार हो चुके हैं. भारत के कई शहरों में इस वायरस से संक्रमितों की बात सामने आ रही है. लेकिन, अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी हैं.
कोरोना के नए वायरस BF.7 (New corona virus BF7) को लेकर देशभर के लोगों में खौफ पैदा हो रहा है. ऐसे में आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर व पद्मश्री से सम्मानित मणींद्र अग्रवाल का दावा (IIT Kanpur Professor Manindra Agarwal claim) है कि भारत में कोरोना के नए वायरस से हाहाकार नहीं मचेगा. जैसा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान हुआ था. उन्होंने जिस तरह कोरोना की पहली व दूसरी लहर में अपने गणितीय सूत्र मॉडल से वायरस के फैलने से लेकर उसके शांत होने तक के आंकड़े दिए थे. सरकार ने उन्हें प्रभावी माना था. ठीक वैसे ही उन्होंने अब चीन के नए वायरस को लेकर अपनी स्टडी पूरी कर ली है. प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि इस नए वायरस से भारत को कोई खास नुकसान नहीं होगा. इसके केस जरूर सामने आएंगे, लेकिन वायरस न के बराबर प्रभावी होगा.
प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल की स्टडी में सामने आया है कि देश में 98 फीसद लोगों की इम्यूनिटी मजबूत है. कोरोना के नए वायरस BF.7 ने जुलाई 2022 में ही देश के अंदर एंट्री कर ली थी. हालांकि, देश में 98 फीसदी लोगों की इम्यूनिटी नैचुरल इम्यूनिटी में तब्दील हुई है. इसकी मुख्य वजह कोरोना की पहली व दूसरी डोज का समय से लगना है. वहीं, चीन में इस वायरस ने 60 फीसद लोगों को नुकसान पहुंचाया है. इसका मुख्य कारण वहां डोज का प्रभावी न होना रहा है. विश्व की 10 फीसदी आबादी, चीन की 60 फीसदी आबादी के बराबर है. इसलिए, चीन वायरस से बुरी तरह प्रभावित हुआ है.