नई दिल्ली : कांग्रेस चिंतन शिविर में राहुल गांधी के भाषण से क्षेत्रीय पार्टियों में बेचैनी है. कई पार्टियों ने उनके उस बयान पर नाराजगी जाहिर की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सिर्फ कांग्रेस ही भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर हरा सकती है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि हमारी पार्टी के मजबूत होने से क्षेत्रीय पार्टियां कमजोर होंगी, इसलिए उन्हें अपने वोट बैंक की चिंता सता रही है.
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'अगर कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर पुनर्जीवित होती है, तो क्षेत्रीय पार्टियां को कमजोर होने का भय सताने लगा है. उन्हें लगता है कि वे अपना वोट बैंक खो देंगी. लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव से पहले चाहे जो भी कुछ हो जाए, हमारा सारा ध्यान पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर रिवाइव करने का है.'
पार्टी के अंदरुनी जानकारों ने बताया कि कांग्रेस ने क्षेत्रीय पार्टियों के गुस्से और उनके जवाब को करीब से देखा और उसे नोट भी किया. खासकर बिहार में राजद और कर्नाटक में जेडीएस की प्रतिक्रिया.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जेपी अग्रवाल ने ईटीवी भारत को बताया, 'हमारा कार्यक्रम भारत जोड़ो यात्रा है. इसके लिए हम सहयोगी दलों के साथ मिलकर संयुक्त प्रयास नहीं कर रहे हैं. किसी तरह का कोई संयुक्त कार्यक्रम या सीट समझौते की बात आने वाली परिस्थितियों पर निर्भर करेगी. पहले हमें अपनी पार्टी पर फोकस करना है.'
प्रस्तावित यात्रा से होने वाले फायदों के बारे में बताते हुए अग्रवाल ने कहा कि इसके जरिए हर कार्यकर्ता और नेताओं की भागीदारी सुनिश्चित हो जाएगी. यह बहुत ही स्वाभाविक है कि हम अपने कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करना चाहते हैं, उनमें जोश भरना चाहते हैं.